अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे़ के साथ बदसलूकी का मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। अमेरिकी विदेशमंत्री के खेद जताने के बाद भारत अमेरिका पर लगातार इस बात के लिए दबाव बनाए हुए है कि वह देवयानी के खिलाफ मामला वापस ले।
भारत ने देवयानी की गिरफ्तारी को जायज ठहराने वाले अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा पर पलटवार करते हुए उन पर भारतीय कानून-व्यवस्था में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया और जोर दिया कि राजनयिक की गिरफ्तारी राजनयिक छूट के बारे में विएना संधि के अनुरूप नहीं थी।
विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने एनडीटीवी से कहा कि अमेरिकी अटॉर्नी को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है, हम उन्हें जवाब क्यों दें...भारत सिर्फ अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन कैरी से वास्ता रखेगा, सिर्फ खेद जताना काफी नहीं है, हम इससे अधिक चाहते हैं। वहीं, विदेश मामलों के प्रवक्ता ने अमेरिकी अटॉर्नी की निंदा की। प्रवक्ता ने कहा कि खोबरागड़े के प्रति कोई विनम्रता नहीं दिखाई गई, जो इस मामले में एकमात्र पीड़ित हैं।
उन्होंने कहा, हमें इस तथ्य को ध्यान में रखना चाहिए कि इस मामले में एकमात्र पीड़ित देवयानी खोबरागड़े हैं, जो कि अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास में भारतीय राजनयिक हैं। प्रवक्ता ने कहा, उनके खिलाफ की गई कार्रवाई विएना संधि के अनुरूप नहीं थी। उनके साथ किए गए बर्ताव में कोई शिष्टाचार नहीं था, जो कि एक राजनयिक को मिलना चाहिए।
(इनपुट भाषा से भी)
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