राष्ट्रीय राजधानी में रविवार-सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जाम लग गया, जिससे दिल्लीवासियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार मौसम केंद्र मयूर विहार में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है. इससे पहले भी जब सात अगस्त को बारिश हुई थी तब भी मौसम केंद्र मयूर विहार में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई थी. आखिर क्यों मयूर विहार में अन्य केंद्रों के मुकाबले सबसे अधिक बारिश हो रही है?
आंकड़ों के अनुसार रविवार (11 अगस्त) को, शहर के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग में 26.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि लोदी रोड में 30.4 मिमी, पालम में 20.4 मिमी और मयूर विहार में 2.30 से 5.30 बजे के बीच 55.5 मिमी बारिश दर्ज की गई.
सात अगस्त को मयूर विहार मौसम केंद्र में दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच 46 मिमी बारिश दर्ज की थी. शहर के तीन अन्य मौसम केंद्रों - नजफगढ़, लोधी रोड और सफदरजंग (मुख्य मौसम वेधशाला) ने क्रमशः 26 मिमी, 20.4 मिमी और 12 मिमी बारिश दर्ज की थी.
आखिर क्या है मयूर विहार में झमाझम बारिश की वजह
मयूर विहार में अधिक बारिश होने के कई सारे कारण माने जा रहे हैं. जिसमें स्थानीय कारक और मानसून की स्थिति शामिल है. आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने TOI को बताया कि किसी एक जगह अधिक बारिश होने के कई कारण होते हैं. जैसे मानसून के सबसे नज़दीकी इलाकों में ज़्यादा बारिश होती है. इसके अलावा स्थानीय टोपोग्राफी (किसी क्षेत्र की प्राकृतिक विशेषताएं. जैसे नदियां, पर्वत आदि) भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. आईएमडी के एक अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि स्थानीय कारक, इलाके के आसपास की हरियाली ये सभी भी कारण होते हैं किसी एक इलाके में अधिक बारिश होने के.
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