पीएस सराय रोहिल्ला की पुलिस ने शास्त्रीनगर इलाके में चोरी के मामले को 48 घंटे में ही सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार भी किया है. साथ ही चोरी में प्रयुक्त वाहन को ङभी बरामद कर लिया है. बता दें कि घटना के संबंध में शास्त्री नगर के रहने वाले कपिल की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि शाम के समय 6.05. इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और लगभग 07:00 बजे जब वे घर लौटे, तो उन्होंने पाया कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उनके घर के दरवाजे और अलमारी के लॉकर तोड़ दिए गए थे. साथ ही सोने की चेन, (एक बड़ी और एक छोटी), एक सोने की अंगूठी और 42,000 रुपये नकद सहित अन्य सामान को चोर लेकर चलते बने थे. इसके बाद एसआई विनोद नैन के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन गिया गया.
इसके बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई. इस दौरान घटना के समय दो व्यक्ति घटनास्थल से प्रवेश करते और बाहर निकलते पाए गए. दोनों व्यक्तियों का पीछा किया गया और अंत में यह पाया गया कि दोनों व्यक्ति एक कार में घटना को अंजाम देने के लिए शास्त्री नगर, दिल्ली आए थे. कार के उपरोक्त नंबर का पता लगाया गया और कार के मालिक प्रमोद निवासी दुलिया कॉलोनी, अलीपुर, दिल्ली ने बताया कि उसने अपनी कार दिल्ली के अलीपुर गढ़ी निवासी गुलफान को 25,000/- रुपये मासिक किराए पर दी है.
इसके बाद, आरोपी के संभावित ठिकाने पर छापेमारी की गई और अंत में आरोपी की पहचान गुलफान उम्र-22 साल के रूप में हुई, जिसे 21.05.2022 को गिरफ्तार किया गया था. आरोपी ने दो अन्य सहयोगियों शेख समीर और सलमान खान के साथ वर्तमान चोरी के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. बाद में आरोपी गुलफान के कहने पर अपराध में प्रयुक्त कार को बरामद कर पुलिस की हिरासत में ले लिया गया.
ये भी पढ़ें- भारी बारिश और आंधी के चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानें लेट, डायवर्ट की गईं
आरोपी गुलफान ने खुलासा किया कि वह घर के बाहर रेकी करता था और शेख समीर और सलमान शिकायतकर्ता के घर के अंदर चोरी/अपराध करने गए थे. बाद में गिरफ्तार आरोपी के कहने पर उसके सहयोगी शेख समीर को भी उसी दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. लगातार पूछताछ में दोनों आरोपितों ने खुलासा किया कि चोरी का सारा माल आरोपी सलमान को सौंप दिया गया है, जिसे मामले की संपत्ति राजा राम निवासी भलस्वा डेयरी को बेचकर उसका निपटान करना था.
लगातार पूछताछ करने पर आरोपी गुलफान ने खुलासा किया कि उसने किराए के आधार पर उसके मालिक से स्विफ्ट डिजायर प्राप्त किया था और फिर वह अपराधियों के लिए कार के साथ काम करता था शेख समीर और सलमान ने बदले में उसे 500/- से 1000./- प्रति दिन और किसी भी मामले की संपत्ति को बेचने और बेचने के बाद भी उसके साथ राशि साझा की. इसके बाद, मामले की संपत्ति के कथित रिसीवर, सह-आरोपी सलमान और राजाराम के संभावित स्थानों पर छापे मारे गए, ताकि उन्हें पकड़ने और मामले की संपत्ति की वसूली की जा सके, लेकिन दोनों फरार पाए गए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं