- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भोपाल से IS कनेक्शन के आरोप में एक संदिग्ध को पकड़ा
- संदिग्ध अदनान 20 साल का है और वो CA एग्जाम की तैयारी कर रहा था
- अदनान ने ही ज्ञानवापी मामले की सुनवाई कर रहे जज को दी थी धमकी
देश में आतंकवाद की साजिश रच रहे दो संदिग्धों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. एक की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है जबकि दूसरे शख्स की गिरफ्तारी भोपाल से हुई है. सूत्रों ने बताया दोनों गिरफ्तार संदिग्ध का नाम अदनान है. पुलिस ने बताया कि मध्य प्रदेश के करौंद इलाके का रहने वाला 20 साल का अदनान ने ज्ञानवापी मस्दिस केस की सुनवाई कर रहे जज को भी धमकी दी थी. खास बात ये है कि चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) की तैयारी कर रहा था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे एमपी एटीएस की मदद से दीपावली के एक दिन पहले ही दबोच लिया.
मिडिल क्लास फैमिली से है ताल्लुक
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी युवक का ताल्लुक एक मध्यमवर्गीय परिवार से है. पिता एकाउंटेंट हैं और मां गृहिणी. पढ़ाई में तेज यह युवक ऑनलाइन रेडिकलाइजेशन का शिकार हो गया और सोशल मीडिया के ज़रिए ISIS से जुड़े कई ग्रुप से जुड़ गया.
ज्ञानवापी केस से जुड़े जज को भी दी थी धमकी
यह वही युवक है जिसे 16 महीने पहले यूपी एटीएस ने भी हिरासत में लिया था. उस वक्त उसने ज्ञानवापी मस्जिद केस से जुड़े जज को सोशल मीडिया पर धमकी दी थी. यह धमकी उस समय दी गई थी जब अदालत ने वाराणसी की विवादित मस्जिद परिसर का एएसआई सर्वे कराने का आदेश दिया था.
पुलिस ने किए कई बड़े खुलासे
जांच में सामने आया है कि युवक लखनऊ के कई व्हाट्सऐप ग्रुप्स से जुड़ा हुआ था, जहां से उसे आईएसआईएस के विचारधारा से प्रभावित किया गया. वह भोपाल में रहकर ग्रेजुएशन भी कर रहा था और सीए की पढ़ाई के साथ-साथ दिन-रात ऑनलाइन कट्टर संगठनों के संपर्क में रहता था.
सुरक्षा एजेंसियां डिजिटल नेटवर्क की कर रही है जांच
पुलिस के अनुसार, आरोपी आईएसआईएस हैंडलर्स के संपर्क में आकर धीरे-धीरे चरमपंथी विचारधारा से प्रेरित होता गया. सुरक्षा एजेंसियां अब उसके डिजिटल नेटवर्क की जांच कर रही हैं ताकि पता लगाया जा सके कि उसके संपर्क में और कौन-कौन थे.
एमपी में ISIS मॉड्यूल में दूसरी गिरफ्तारी
चौंकाने वाली बात यह है कि एक महीने के भीतर मध्य प्रदेश से आईएसआईएस मॉड्यूल में दूसरी गिरफ्तारी हुई है. इससे पहले राजगढ़ जिले के ब्यावरा कस्बे से 26 वर्षीय कमरान कुरैशी को स्पेशल सेल ने पकड़ा था. कमरान एक वकील के टाइपिस्ट और पैथोलॉजी लैब में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करता था. दोनों गिरफ्तारियां साफ संकेत दे रही हैं कि मध्य प्रदेश की शांत सरज़मीं पर पढ़ाई और करियर के सपनों के बीच अब कट्टरपंथ की परछाई गहराने लगी है.
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