दिल्ली एमसीडी चुनाव (Delhi mcd election) में आम आदमी पार्टी (AAP) को मिली बंपर जीत और गुजरात, हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल (Exit poll) से उत्साहित आप को राष्ट्रीय पार्टी (National Party) बनने का भरोसा जाग गया है. आम आदमी पार्टी की दिल्ली और पंजाब में सरकार है साथ ही गोवा में भी आप के विधायक हैं. बुधवार को दिल्ली एमसीडी चुनाव में जीत के बाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी अब एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में उभर रही है. इसके लिए पार्टी कार्यलय में बकायदा "आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी" का होर्डिंग दिखा. क्या वाकई आम आदमी पार्टी को क्या राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल हो सकता है.? इसको समझते हैं.
सबसे पहले जान लेते हैं कि देश में फिलहाल तीन तरह की पार्टियां हैं. राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय पार्टियां. भारत में अभी 7 राष्ट्रीय पार्टियां हैं, जबकि राज्य स्तरीय दल 35 और क्षेत्रीय दलों की संख्या करीब साढ़े तीन सौ है. किसी दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए तीन शर्तों में कोई एक शर्त पूरी करनी होती है, तभी किसी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलता है.
राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए क्या हैं शर्तें ?
1. कोई पार्टी तीन राज्यों के लोकसभा चुनाव में 2 फीसद सीटें जीते.
2. चार लोकसभा सीटों के अलावा कोई पार्टी लोकसभा में छह फीसदी वोट हासिल करे या विधानसभा चुनावों में कम से कम चार या इससे अधिक राज्यों में छह फीसदी वोट जुटाए.
3. कोई पार्टी चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता रखे.
इन तीन शर्तों में जो पार्टी एक शर्त भी पूरा करती है, तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाता है.
अभी देश में कितनी राष्ट्रीय पार्टियां हैं ?
देश में अभी सात राष्ट्रीय पार्टियां हैं. इनमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, नेशलिस्ट कांग्रेस पार्टी और तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड जैसी पार्टियां क्षेत्रीय दलों की श्रेणी में आती हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं