दिल्ली में सीवर की सफाई करते हुए एक दर्दनाक हादसा हुआ है. घटना दिल्ली के मुण्डका बक्करवाला लोकनायक पुरम इलाके की है. पुलिस से मिली रही जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर को इलाके में सीवर की सफाई के लिए 5 सफाई कर्मी गए हुए थे. इसी दौरान सीवर की सफाई करते हुए पांचों कर्मचारी गैस की चपेट में आ गए. इस घटना में दो कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि अन्य तीन कर्मचारियों को गंभीर हालत में पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है.मृतक कर्मचारियों की पहचान 20 वर्षीय अशोक कुमार और 30 वर्षीय रोहित के रूप में की गई है. पुलिस ने घटना की सूचना मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है.
सीवर की सफाई करते हुए हादसा होने की यह कोई पहली घटना नहीं है. केंद्र ने अपनी एक रिपोर्ट में ऐसी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की सूची भी जारी किया था. सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने बताया था कि पहले के मुकाबले अब सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मजदूरों कि मौतों की संख्या में कमी आई है. बता दें, 2019 के मुकाबले 2021 में सेप्टिक टैंक (Cleaning Sewers Or Septic Tanks) की सफाई कर रहे मजदूरों की मौतों की संख्या 118 से घटकर 24 हो गई थी. रामदास अठावले ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा था कि देश में सीवर और सेप्टिक टैंक की खतरनाक सफाई के कारण होने वाली मौतों की संख्या में काफी कमी आई है.
रामदास अठावले ने कहा था कि स्वच्छता कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. जिसके कारण वर्ष 2019 में इन मौतों की संख्या (118) से घटकर 2021 में (24) हो गई है.अठावले ने कहा था कि आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, पेयजल और स्वच्छता विभाग के परामर्श से मशीनीकृत स्वच्छता पारिस्थितिकी तंत्र (mechanized sanitation ecosystem) के लिए एक राष्ट्रीय नीति तैयार की गई है. जिसमें प्रत्येक जिले में प्रत्येक नगर पालिका में स्वच्छता प्राधिकरण (एसआरयू) स्वच्छता प्रतिक्रिया इकाई की स्थापना की गई है.
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