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नई दिल्ली: DecodingG20WithNDTV: विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने मंगलवार को एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया (Sanjay Pugalia) के साथ खास कार्यक्रम में बताया कि रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और विदेशों से निजी पूंजी को घरेलू बाजार में विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) अवसरों तक आसानी से पहुंच सुनिश्चित करने के बीच मजबूत संबंध हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार को बुनियादी ढांचे का निर्माण करना होता है और ऐसी नीतियां बनानी होती है जिससे लोगों के लिए भारत में निवेश करना या व्यवसाय चलाना आसान हो सके. उन्होंने विपक्ष पर परोक्ष रूप से कटाक्ष भी किया और कहा कि "बुनियादी ढांचे और व्यापार को अवरुद्ध करने वाले लोग", "रोज़गार भी अवरुद्ध करते हैं."
"आप जानते हैं... लोग अक्सर इसे 'व्यवसाय' के संदर्भ में रखते हैं. मैं भी इसे आपके सामने रखता हूं... मेरे लिए 'व्यवसाय' और 'रोजगार' एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जो लोग बुनियादी ढांचे को अवरुद्ध कर रहे हैं, .. जो लोग कारोबार रोक रहे हैं... क्या वे लोग रोजगार भी रोक रहे हैं.”
भारत को निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक गंतव्य बनाने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, जयशंकर ने कहा, "2014 से (जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में आए) हमने उन नीतियों को सुधारना शुरू कर दिया है, जिसने इस देश में न केवल विनिर्माण करना मुश्किल कर रखा था, बल्कि रोजगार में भी दिक्कतें आ रही थीं."
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उन्होंने कहा, "...अगर आप मुझसे पूछें, 'क्या हमने पिछले 10 वर्षों में बहुत कुछ किया है?', तो मेरा जवाब होगा 'हां.' क्या हमें अगले 10 (सालों) में और भी बहुत कुछ करना है? मेरा उत्तर होगा 'हाँ.' मुझे लगता है कि हमारी ओर से वास्तविक गलतियां और कमियां थीं..."
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एस जयशंकर ने इन चुनौतियों से पार पाने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा, "आज, मैं कहूंगा, इस तरह हम अधिक प्रतिस्पर्धी बनते हैं" और प्रधानमंत्री की जून की संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा पर प्रकाश डाला, जिसके दौरान एक सेमीकंडक्टर विनिर्माण फर्म ने कहा था कि वह गुजरात में 825 मिलियन डॉलर का प्लांट स्थापित करेगी.
जयशंकर ने एनडीटीवी से कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को वह स्थान बनाना है जहां पर विदेशी कंपनियां आकर विनिर्माण व्यवसाय स्थापित करें.