नई दिल्ली:
आयरलैण्ड में भारत की महिला दंत चिकित्सक की मौत की परिस्थितियों पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत ने गुरुवार को कहा कि वह इस मामले में आयरलैण्ड के अधिकारियों द्वारा कराए जा रहे दो जांच के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा है और वहां से रिपोर्ट प्राप्त करेगा।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, ‘‘हम सविता हलप्पानवार की त्रासद मौत पर गहरा क्षोभ व्यक्त करते हैं। किसी भारतीय नागरिक की ऐसी परिस्थिति में मौत चिंता का विषय है। डबलिन में हमारा उच्चायोग इस मामले में करीबी नजर रखे हुए हैं।’’ अकबरूद्दीन ने कहा कि विदेश मंत्रालय मृतका के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।
हल्लपानवार (31 वर्ष) की आयरलैण्ड में उस समय रक्त विषाक्तता के कारण मौत हो गई थी जब डॉक्टरों ने 17 सप्ताह के गर्भ को यह कहते हुए समाप्त करने से मना कर दिया था कि ‘यह कैथोलिक देश है।’’ अकबरूद्दीन ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि आयरलैण्ड के अधिकारियों ने दो जांच के आदेश दिए है। हम इनके परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं और वहां से रिपोर्ट प्राप्त करेंगे।’’
सविता के पति और बोस्टन साइंटिफिक में इंजीनियर प्रवीण ने आयरलैण्ड की मीडिया को बताया था कि उनकी पत्नी ने तीन दिनों में कई बार गर्भपात का आग्रह किया। लेकिन इससे इनकार कर दिया गया क्योंकि भ्रूण की दिल की धड़कन चल रही थी।
बाद में मृत भ्रूण को निकाला गया और सविता को आपात चिकित्सा कक्ष में भर्ती किया गया जहां 28 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, ‘‘हम सविता हलप्पानवार की त्रासद मौत पर गहरा क्षोभ व्यक्त करते हैं। किसी भारतीय नागरिक की ऐसी परिस्थिति में मौत चिंता का विषय है। डबलिन में हमारा उच्चायोग इस मामले में करीबी नजर रखे हुए हैं।’’ अकबरूद्दीन ने कहा कि विदेश मंत्रालय मृतका के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।
हल्लपानवार (31 वर्ष) की आयरलैण्ड में उस समय रक्त विषाक्तता के कारण मौत हो गई थी जब डॉक्टरों ने 17 सप्ताह के गर्भ को यह कहते हुए समाप्त करने से मना कर दिया था कि ‘यह कैथोलिक देश है।’’ अकबरूद्दीन ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि आयरलैण्ड के अधिकारियों ने दो जांच के आदेश दिए है। हम इनके परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं और वहां से रिपोर्ट प्राप्त करेंगे।’’
सविता के पति और बोस्टन साइंटिफिक में इंजीनियर प्रवीण ने आयरलैण्ड की मीडिया को बताया था कि उनकी पत्नी ने तीन दिनों में कई बार गर्भपात का आग्रह किया। लेकिन इससे इनकार कर दिया गया क्योंकि भ्रूण की दिल की धड़कन चल रही थी।
बाद में मृत भ्रूण को निकाला गया और सविता को आपात चिकित्सा कक्ष में भर्ती किया गया जहां 28 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई।
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