तमिलनाडु में एक बार फिर बारिश कहर बरपाने वाली है. बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव में बदल गया है. ऐसे में बुधवार शाम संयुक्त अरब अमीरात की ओर से दिया गया नाम ‘मैंडूस' नामक चक्रवाती तूफान (Cyclone Mandous) में तब्दील होगा. यह तूफान उत्तरी तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और निकटवर्ती दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर गुरुवार की सुबह तक पहुंचेगा, जिसके कारण भारी बारिश हो सकती है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस सप्ताह तमिलनाडु के 13 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे लो प्रेशर के बाद भारी बारिश की भविष्यवाणी की है.
मौसम विभाग के मुताबिक, तमिलनाडु के उत्तरी तटीय जिलों में अगले तीन दिनों तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. राज्य सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी मशीनरी को तैयार कर लिया है. राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को तैयार रहने का निर्देश दिया है. 6 जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें तैनात की गयीं हैं.
तमिलनाडु के इन जिलों में अलर्ट
IMD ने तमिलनाडु के विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, कुड्डालोर, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, अरियालुर, पेराम्बलुर, चेन्नई, कल्लाकुरिची, माइलादुथुराई, तंजावुर, तिरुवरुर और नागापट्टिनम जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. साल 2016 से हर दिसंबर में तमिलनाडु में बाढ़ जैसी स्थिति की सूचना मिली है. राज्य में बारिश के रेड अलर्ट के बीच तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की छह टीमों को तैनात किया गया है. टीमों को कथित तौर पर नागापट्टिनम, तिरुवरुर, कुड्डालोर, माइलादुथुराई, तंजावुर और चेन्नई में तैनात किया गया है.
5000 से ज्यादा रिलीफ कैंप
राज्य सरकार ने सभी जिलों में 5,000 से अधिक रिलीफ कैंप खोले हैं. जिनमें निचले इलाकों से निकाले गए लोगों को रखा गया है. कैंप में रह रहे लोगों को भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सहित सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं. बारिश के प्रभाव की निगरानी के लिए चौबीसों घंटे एक कंट्रोल रूम भी खोला गया है, जो अगले दो दिनों तक होने वाले भारी बारिश और उसके कारण होने वाले असर पर नजर बनाये रखेगा.
मौसम कार्यालय ने कहा कि दक्षिण-पूर्व और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और श्रीलंका के त्रिंकोमाली से लगभग 500 किमी पूर्व में दक्षिण-पश्चिम तथा बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी, श्रीलंका के जाफना से लगभग 630 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में, कराईकल से लगभग 690 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में एवं चेन्नई से लगभग 770 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में केंद्रित रहा.
इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आज शाम चक्रवाती तूफान में धीरे-धीरे और तेज होने और गुरुवार की सुबह तक उत्तर तमिलनाडु-पुड्डुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों से बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी तक पहुंचने की प्रबल संभावना है. यह अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा.
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