दुनिया यूक्रेन में युद्ध और मंदी के जोखिम से पहले ही जूझ रही थी कि इस बीच चीन में कोविड महामारी के ताजा प्रकोप ने सभी की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि, भारतीय उद्योग जगत ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है. भारतीय उद्योग जगत सावधानी बरतने के साथ ही इस बात को लेकर आशावादी है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की जुझारू क्षमता किसी भी बड़े पैमाने के व्यवधान से बचने में उसकी मदद करेगा.
उद्योग निकाय फिक्की के नवनियुक्त अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा ने कहा कि अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से सतर्कता बरतनी होगी. उन्होंने कहा कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में किसी भी ‘छोटे और तेज' व्यवधान का सामना करने की क्षमता भारतीय अर्थव्यवस्था और उद्योग जगत में है.
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इन हालात में सरकार सर्वोपरि है और भारत में सरकार ने महामारी को शानदार तरीके से संभाला है.'' उन्होंने पूरी दुनिया और खासतौर से चीन के लिए उम्मीद जताई कि ये मामले हल्के किस्म के होंगे और एक निश्चित बिंदु से अधिक नुकसान नहीं होगा.
पांडा ने कहा कि जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था और भारतीय उद्योग जगत का संबंध है, तो इनमें काफी जुझारूपन है. हालांकि, चीन से जुड़े क्षेत्रों को कुछ व्यवधान का सामना करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि चीन वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और ‘‘अगर कोई व्यवधान होता है तो इसका असर तो होगा, लेकिन इस समय मैं अटकलबाजी करना पसंद नहीं करूंगा.''
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