कोरोनावायरस (Coronavirus) जांच के लिए चीन से आई Covid-19 टेस्ट किट के खातिर भारत सरकार से ऊंचे दाम वसूलने का मामला सामने आया है. डिस्ट्रब्यूटरों द्वारा भारत को ऊंची कीमतों पर टेस्ट किट देने को लेकर कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से मांग की है कि इस तरह के मुनाफा कमाने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए.
राहुल गांधी ने सोमवार को अपने ट्वीट में लिखा- "जब समूचा देश #Covid19 आपदा से लड़ रहा है, तब भी कुछ लोग अनुचित मुनाफ़ा कमाने से नहीं चूकते. इस भ्रष्ट मानसिकता पे शर्म आती है, घिन आती है. हम PM से माँग करते हैं कि इन मुनाफ़ाख़ोरों पर जल्द ही कड़ी कार्यवाही की जाए. देश उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा."
जब समूचा देश #Covid19 आपदा से लड़ रहा है, तब भी कुछ लोग अनुचित मुनाफ़ा कमाने से नहीं चूकते। इस भ्रष्ट मानसिकता पे शर्म आती है, घिन आती है। हम PM से माँग करते हैं कि इन मुनाफ़ाख़ोरों पर जल्द ही कड़ी कार्यवाही की जाए।देश उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा। https://t.co/t7Ff3KQM96
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 27, 2020
कोरोनावायरस की जांच (Coronavirus Test) में इस्तेमाल चीन की रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट (Rapid Antibody Test Kit) के लिए भारत को दोगुनी कीमत चुकानी पड़ी है. भारतीय डिस्ट्रीब्यूटर रीयल मेटाबॉलिक्स ने भारत सरकार को Covid-19 टेस्ट किट ऊंचे दामों पर बेचा है. वितरक और आयातक के बीच कानूनी मुकदमेबाजी होने और यह मामला दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) पहुंचने के बाद इसका खुलासा हुआ है.
वितरक रीयल मेटाबॉलिक्स ने आयातक कंपनी मैट्रिक्स द्वारा आयात की गई किट के लिए एक्सक्लूसिव डिस्ट्रीब्यूटर होने का दावा करते हुए इस मामले को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. रीयल मेटाबॉलिक्स का आरोप है कि तमिलनाडु में किट की आपूर्ति के लिए किसी दूसरे डिस्ट्रीब्यूटर को जोड़ना करार का उल्लंघन है. मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पाया कि किट के दाम "काफी ऊंचे" हैं. न्यायालय ने किट्स की कीमत को घटाकर 400 रुपये प्रति किट रखने का निर्देश दिया है.
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