कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने दूरसंचार कंपनियों से अपील की है कि वे प्रवासी श्रमिकों को एक महीने के लिए अपनी सेवाएं फ्री मुहैया कराएं ताकि गरीब श्रमिक अपने करीबियों से संपर्क कर सकें. प्रियंका ने एयरटेल प्रमुख सुनील भारती मित्तल, रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी और बीएसएनएल एवं वोडाफोन के प्रमुखों को अलग-अलग लिखे पत्रों में खाना, दवा एवं आश्रय से वंचित उन लाखों प्रवासी मजदूरों की स्थिति को रेखांकित किया जो अपने गृहराज्यों की ओर पैदल जा रहे हैं. गांधी ने कहा कि बड़ी संख्या में गरीब प्रवासी श्रमिक अपने गृहनगर जाने के लिए सैंकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं, उनके पास फोन रिचार्ज कराने के लिए पैसे नहीं हैं और वे अपने संबंधियों से बात या संपर्क नहीं कर सकते, ऐसे में दूरसंचार कंपनियां हालात में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं.
लॉकडाउन का ठीक से पालन नहीं कराने पर दिल्ली सरकार के इन चार अधिकारियों पर गिरी गाज
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वह उन लाखों प्रवासी मजदूरों के मानवाधिकारों को रेखांकित करने के लिए पत्र लिख रही हैं जो भूखे-प्यासे हैं और अपने घरों तक पहुंचने के लिए अनेक समस्याओं से जूझ रहें हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि संकट के इस समय में देश के लोगों की मदद करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है.''
कामगारों से 1 महीने तक किराया नहीं ले सकते मकान मालिक, केंद्र सरकार ने दिए निर्देश
प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं आपसे एक माह के लिए मोबाइल सेवाएं नि:शुल्क मुहैया कराने का अनुरोध करती हूं ताकि ये पुरुष एवं महिलाएं अपने प्रियजनों से आसानी से संपर्क कर सकें और उन्हें जीवन के इस मुश्किल समय में उनसे बात करने में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.'' उन्होंने कहा कि इस प्रकार का कदम प्रवासी श्रमिकों के जीवन में आशंका एवं अनिश्चितता को कम करेगा.
Video: लॉकडाउन : सोने की जगह कहां से लाएं?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं