कोरोनावायरस और उसके आर्थिक प्रभावों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज (Economic Package) का ऐलान किया. उद्योग और उससे जुड़े लोग लंबे समय से सरकार से पैकेज की मांग कर रहे थे ताकि कोरोनावायरस लॉकडाउन (Coronavirus) के चलते ठप पड़ी आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू किया जा सके. आर्थिक पैकेज को लेकर विपक्षी पार्टियों के नेता प्रधानमंत्री की आलोचना कर रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा, "अधिकांश पैकेजिंग, न्यूनतम मायने."
कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में लिखा- "कल रात प्रधानमंत्री ने वही किया जो उन्हें अच्छी तरह आता है. मैक्सिमम पैकेजिंग, मिनिमम मीनिंग. यह क्लासिक नमो का उदाहरण है."
Last night the Prime Minister did what comes to him best.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 13, 2020
Maximum Packaging, Minimum Meaning.
It was a case of classic NAMO. No Action Messaging Only
आर्थिक पैकेज का ऐलान करते हुए पीएम ने कहा था कि 20 लाख करोड़ रुपये का यह पैकेज 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' को नई गति देगा. पीएम मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस (Congress) की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेरवाला ने ट्वीट कर लिखा, 'माननीय मोदी जी, आपने सम्बोधन से मीडिया को ख़बर बनाने को 'हेडलाइन' तो दे दी पर देश को 'मदद की हेल्पलाइन' का इंतज़ार है. वादे से हक़ीक़त तक का सफ़र पूरा होने का इंतज़ार रहेगा.
एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'घर वापसी करते लाखों प्रवासी मज़दूर भाईयों को राहत, घाव पर मरहम, आर्थिक सहायता व सुरक्षित घर लौटने की मदद पहली ज़रूरत है. उम्मीद थी आज आप इसकी घोषणा करेंगे. देश राष्ट्रनिर्माता मज़दूरों व श्रमिकों के प्रति आपकी निठुरता व असवेंदनशीलता से निराश है.'
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