सदन के बहिष्कार में बीजेपी को जीतन राम मांझी का साथ नहीं मिला (फाइल फोटो)
पटना:
बिहार विधानसभा सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा और एनडीए गठबंधन के उसके सहयोगियों के के बीच तालमेल का अभाव साफ देखने को मिला।
मांझी और लल्लन पासवान सदन में बैठे रहे
मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर जब नीतीश कुमार जवाब दे रहे थे तब धान खरीद के मुद्दे पर भाजपा के विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया, लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए गठबंधन के सहयोगी जीतन राम मांझी या उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समता पार्टी के एकमात्र विधायक लल्लन पासवान ने बहिष्कार में उनका साथ नहीं दिया।
मांझी बोले, मुझे किसी ने बताया ही नहीं
इस बारे में पूछे जाने पर बीजेपी विधायक दल के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। बीजेपी इस घटना को भले ही बड़ा नहीं मान रही हो, लेकिन मांझी जिस तरह से सदन में बैठे रहे उससे साफ है कि सब कुछ सामान्य नहीं है। यहां तक कि मांझी ने कहा, बहिष्कार का फैसला बीजेपी का था। उन्हें इस सम्बन्ध में किसी ने बताया नहीं था। वैसे उन्होंने कहा कि भविष्य में बेहतर समन्वय हो, इस बारे में वे एनडीए की बैठक में चर्चा करेंगे।
मांझी और लल्लन पासवान सदन में बैठे रहे
मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर जब नीतीश कुमार जवाब दे रहे थे तब धान खरीद के मुद्दे पर भाजपा के विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया, लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए गठबंधन के सहयोगी जीतन राम मांझी या उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समता पार्टी के एकमात्र विधायक लल्लन पासवान ने बहिष्कार में उनका साथ नहीं दिया।
मांझी बोले, मुझे किसी ने बताया ही नहीं
इस बारे में पूछे जाने पर बीजेपी विधायक दल के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। बीजेपी इस घटना को भले ही बड़ा नहीं मान रही हो, लेकिन मांझी जिस तरह से सदन में बैठे रहे उससे साफ है कि सब कुछ सामान्य नहीं है। यहां तक कि मांझी ने कहा, बहिष्कार का फैसला बीजेपी का था। उन्हें इस सम्बन्ध में किसी ने बताया नहीं था। वैसे उन्होंने कहा कि भविष्य में बेहतर समन्वय हो, इस बारे में वे एनडीए की बैठक में चर्चा करेंगे।
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