अधिकारी ने NTPC में रहते हुए आकूत संपत्ति अर्जित की थी
नई दिल्ली:
सीबीआई ने भारतीय वन सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी और उनकी पत्नी पर कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति जुटाने का मामला दर्ज किया है. उन्होंने दस करोड़ से अधिक की संपत्ति जुटाई, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोत से 240 फीसदी ज्यादा है. सीबीआई ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की.
जांच एजेंसी ने 1986 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएफओएस अधिकारी एम. राम प्रसाद राव, उनकी पत्नी एम. कनक दुर्गा और उनकी कंपनियों बाला कनक दुर्गा प्रॉपर्टीज, सत्या एवेन्युज प्राईवेट लिमिटेड और कृष्णा इंटरप्राईजेज पर भ्रष्टाचार के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज की है. सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी की टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी भी की जिनमें आंध्र प्रदेश में अधिकारी के आवासीय परिसर शामिल हैं, जिस दौरान अनियमितता के कई दस्तावेज बरामद किए गए.
सीबीआई ने आरोप लगाए कि जब वह केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर थे और एनटीपीसी में फरवरी 2013 से जुलाई 2016 के बीच मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) के तौर पर सेवा दे रहे थे, उस दौरान उनकी अर्जित संपत्ति को उसने कवर किया है. एजेंसी ने आरोप लगाए कि समझा जाता है कि राव ने अपनी पत्नी, बच्चे और कंपनियों के नाम पर चल-अचल संपत्ति हासिल की है. राव की पत्नी रियल इस्टेट के व्यवसाय में थी और उन्होंने बाला कनक दुर्गा प्रॉपर्टीज, सत्य एवेन्यूज प्राइवेट लिमिटेड और कृष्णा इंटरप्राइजेज, द्वारका की स्थापना की.
आरोप लगाया गया कि सीवीओ के कार्यकाल के दौरान उन्होंने 14.92 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की जिसमें उनकी पत्नी और बाला कनक दुर्गा प्रॉपर्टीज द्वारा हासिल संपत्ति शामिल है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जांच एजेंसी ने 1986 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएफओएस अधिकारी एम. राम प्रसाद राव, उनकी पत्नी एम. कनक दुर्गा और उनकी कंपनियों बाला कनक दुर्गा प्रॉपर्टीज, सत्या एवेन्युज प्राईवेट लिमिटेड और कृष्णा इंटरप्राईजेज पर भ्रष्टाचार के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज की है. सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी की टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी भी की जिनमें आंध्र प्रदेश में अधिकारी के आवासीय परिसर शामिल हैं, जिस दौरान अनियमितता के कई दस्तावेज बरामद किए गए.
सीबीआई ने आरोप लगाए कि जब वह केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर थे और एनटीपीसी में फरवरी 2013 से जुलाई 2016 के बीच मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) के तौर पर सेवा दे रहे थे, उस दौरान उनकी अर्जित संपत्ति को उसने कवर किया है. एजेंसी ने आरोप लगाए कि समझा जाता है कि राव ने अपनी पत्नी, बच्चे और कंपनियों के नाम पर चल-अचल संपत्ति हासिल की है. राव की पत्नी रियल इस्टेट के व्यवसाय में थी और उन्होंने बाला कनक दुर्गा प्रॉपर्टीज, सत्य एवेन्यूज प्राइवेट लिमिटेड और कृष्णा इंटरप्राइजेज, द्वारका की स्थापना की.
आरोप लगाया गया कि सीवीओ के कार्यकाल के दौरान उन्होंने 14.92 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की जिसमें उनकी पत्नी और बाला कनक दुर्गा प्रॉपर्टीज द्वारा हासिल संपत्ति शामिल है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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