सुप्रीम कोर्ट की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
तमिलनाडु के कोयंबटूर में दो युवकों ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग को लेकर आत्मदाह करने की कोशिश की. घटना सोमवार की है. हालांकि पुलिस ने समय रहते उन्हें ऐसा करने से रोक लिया है. पुलिस के अनुसार दोनों युवक द्रमुक के कार्यकर्ता है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 16 फरवरी को दिए अपने फैसले में राज्य में कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की बात कही थी. बोर्ड के गठन में हो रही देरी के विरोध में राज्य में इन दिनों प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं राज्य मे हो रहे प्रदर्शन के बीच राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित सोमवार शाम में दिल्ली गए हैं. द्रमुक और कुछ अन्य तमिल समर्थक संगठनों के इस आंदोलन के दौरान चेन्नई, तिरुवरूर और मदुरै समेत कई स्थानों पर छात्रों एवं अन्य लोगों ने धरना दिया और विरोध प्रदर्शन किया.
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पुलिस के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले में राज्य भर में 1,000 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए और बाद में रिहा कर दिए गए. पुलिस ने कहा कि पीलामेदु में द्रमुक के दो कार्यकर्ताओं पी. टी. मुरूगेसन और सिन्गई सदाशिवम ने अपने ऊपर मिट्टी तेल छिड़क कर आत्मदाह करने का प्रयास किया. पीएमके के संस्थापक डॉ. एस रामदास ने किसान संगठनों एवं व्यापारियों की ओर से कल बुलाए गए बंद को अपनी पार्टी के समर्थन का ऐलान किया.
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रामदास की पार्टी द्रमुक की अगुवाई में विपक्षी पार्टियों की ओर से पांच अप्रैल को बुलाए जाने वाले बंद को भी अपना समर्थन देगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कावेरी से जुड़े सभी प्रदर्शनों का समर्थन करेगी. इस बीच, एलपीएफ( द्रमुक) और ऐटक( भाकपा) सहित विपक्षी पार्टियों से जुड़े प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने पांच अप्रैल को होने वाले बंद का समर्थन करने का फैसला किया है. बंद का समर्थन करने के लिए उन्होंने चेन्नई और कोयंबटूर में बैठकें की.
VIDEO: कावेरी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला.
पूरे राज्य में द्रमुक कार्यकर्ताओं ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के तत्काल गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. वहीं पार्टी प्रमुख स्टालिन ने कल बयान दिया था कि जब तक बोर्डका गठन नहीं किया जाता है आंदोलन चलता रहेगा. चेन्नई में कई स्थानों पर द्रमुक कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. ( इनपुट भाषा से)
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पुलिस के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले में राज्य भर में 1,000 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए और बाद में रिहा कर दिए गए. पुलिस ने कहा कि पीलामेदु में द्रमुक के दो कार्यकर्ताओं पी. टी. मुरूगेसन और सिन्गई सदाशिवम ने अपने ऊपर मिट्टी तेल छिड़क कर आत्मदाह करने का प्रयास किया. पीएमके के संस्थापक डॉ. एस रामदास ने किसान संगठनों एवं व्यापारियों की ओर से कल बुलाए गए बंद को अपनी पार्टी के समर्थन का ऐलान किया.
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रामदास की पार्टी द्रमुक की अगुवाई में विपक्षी पार्टियों की ओर से पांच अप्रैल को बुलाए जाने वाले बंद को भी अपना समर्थन देगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कावेरी से जुड़े सभी प्रदर्शनों का समर्थन करेगी. इस बीच, एलपीएफ( द्रमुक) और ऐटक( भाकपा) सहित विपक्षी पार्टियों से जुड़े प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने पांच अप्रैल को होने वाले बंद का समर्थन करने का फैसला किया है. बंद का समर्थन करने के लिए उन्होंने चेन्नई और कोयंबटूर में बैठकें की.
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पूरे राज्य में द्रमुक कार्यकर्ताओं ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के तत्काल गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. वहीं पार्टी प्रमुख स्टालिन ने कल बयान दिया था कि जब तक बोर्डका गठन नहीं किया जाता है आंदोलन चलता रहेगा. चेन्नई में कई स्थानों पर द्रमुक कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. ( इनपुट भाषा से)
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