रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो)
मुंबई:
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि भारत फ्रांस की विमान निर्माता कंपनी दसॉल्ट एविएशन पर राफेल सौदे से जुड़े ऑफसेट साझेदार का ब्योरा साझा करने के लिए सिर्फ इसलिए दबाव नहीं डाल सकती है क्योंकि विपक्ष इसके बारे में जानना चाहता है. उन्होंने कहा दसॉल्ट, भारत के साथ समझौते के तहत ऑफसेट पार्टनर का ब्यौरा साझा करने के लिए बाध्य है लेकिन ऐसा करने के लिए एक साल का समय है. दसॉल्ट, राफेल लड़ाकू विमान सौदे में मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) है.
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मंत्री ने वार्षिक ईटी अवार्ड में यहां कहा, ‘‘केवल इसलिए कि कल मेरे विपक्षी इसके (ऑफसेट पार्टनर का ब्यौरा) बारे में जानना चाहते थे, मैं ओईएम पर यह कहकर दबाव नहीं डाल सकती कि विपक्ष यह चाहता है, मुझे अभी बताइये.'' उन्होंने कहा, ‘‘नियम के मुताबिक, वे मुझे अगले साल भी बता सकते हैं.''
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उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसके लिए इंतजार करूंगी. एक बार जान लूं, मैं आपको बता दूंगी. इससे पहले, खबरों के आधार पर मैं अटकलें क्यों लगाऊं?''
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