"वो रात कभी भी नहीं भूल सकती" : 26/11 को याद करते हुए बोलीं शहीद विजय सालस्कर की बेटी

यह हमला 26 नवंबर को शुरू हुआ था और 29 नवंबर तक चला था. इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताजमहल पैलेस एंड टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन सामुदायिक केंद्र जैसे स्थानों को निशाना बनाया गया था. 

मुंबई:

मुंबई 26/11 आतंकी हमले को आज 14 साल हो गए हैं. आज मुंबई पुलिस मुख्यलय में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई है. इस मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी , मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री  देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे. इस अवसर पर शहीद विजय सालस्कर की बेटी दिव्या सालस्कर ने एनडीटीवी से खास बातचीत की और कहा कि उस दिन को हम भूलना चाहते हैं, लेकिन भूल नहीं पाते हैं. 14 साल बाद भी लोग शहीदों को याद करते हैं, ये देखकर गर्व अनुभूति होती है. देश के लिए बलिदान देने का सौभाग्य मिलना बड़ी बात है. दिव्या सालस्कर ने कहा कि पिता खोने का दुख तो होता ही है. उसका असर हम सबके जीवन पर पड़ना स्वाभाविक है. हमें एनडीटीवी पर स्ट्रिप देख कर पता चला कि पिताजी शाहिद हो गए हैं. ये चीज मुझे 14 साल बाद भी वैसे ही याद है. उस समय में 21 साल की थी.

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उल्लेखनीय है कि 10 पाकिस्तानी आतंकवादी 26 नवंबर, 2008 को समुद्री मार्ग से मुंबई पहुंचे थे और उनके हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 मारे गए थे तथा कई अन्य लोग घायल हुए थे, इसके अलावा करोड़ों रुपये की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा था.

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यह हमला 26 नवंबर को शुरू हुआ था और 29 नवंबर तक चला था. इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताजमहल पैलेस एंड टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन सामुदायिक केंद्र जैसे स्थानों को निशाना बनाया गया था. अजमल कसाब एकमात्र आतंकवादी था जिसे जिंदा पकड़ा गया था. उसे चार साल बाद 21 नवंबर, 2012 को फांसी दे दी गई थी.