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This Article is From Jan 02, 2020

CAA Protest: असम में प्रदर्शनकारियों ने सीएम सर्बानंद सोनोवाल को दिखाए काले झंडे, देखें VIDEO

मुख्यमंत्री सोनोवाल जब गुवाहाटी से बारपेटा जिले में धार्मिक उपदेशक कृष्णगुरु के आश्रम जा रहे थे तब ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) और असम जातियतावादी युवा छात्र परिषद (AJYCP) के कार्यकर्ताओं ने उन्हें कई स्थानों पर काले झंडे दिखाए.

CAA Protest: असम में प्रदर्शनकारियों ने सीएम सर्बानंद सोनोवाल को दिखाए काले झंडे, देखें VIDEO
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (फाइल फोटो)
Quick Take
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सीएए के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के काफिले को दिखाए झंडे
गुवाहाटी से बारपेटा जिले में कृष्णगुरु के आश्रम जा रहे थे मुख्यमंत्री
कई स्थानों पर एएएसयू और एजेवाईसीपी के कार्यकर्ताओं ने दिखाए झंडे
नई दिल्ली:

संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बुधवार को मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को काले झंडे दिखाए. मुख्यमंत्री जब गुवाहाटी से बारपेटा जिले में धार्मिक उपदेशक कृष्णगुरु के आश्रम जा रहे थे तब ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) और असम जातियतावादी युवा छात्र परिषद (AJYCP) के कार्यकर्ताओं ने उन्हें कई स्थानों पर काले झंडे दिखाए. मुख्यमंत्री सोनोवाल का काफिला नलबाड़ी और बारपेटा जिलों से गुजर रहा था तब प्रदर्शनकारियों ने CAA और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. हालांकि मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि CAA किसी भी तरह से राज्य के मूल निवासियों को प्रभावित नहीं करेगा, क्योंकि केंद्र ने असमी हितों के संरक्षण के लिए पहले ही नियम बना लिया है.

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उन्होंने नए साल के अवसर पर कहा कि CAA अब एक राष्ट्रीय कानून है और असम के मूल निवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए नियम बनाए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भरोसा रखने की अपील करते हुए कहा, ‘लोगों को इस कानून के बारे में अपने मन में कोई संदेह या भ्रम नहीं रखना चाहिए. उनके हितों के संरक्षण के लिए हमारे पास कई योजनाएं हैं और नए साल के पहले दिन, मैं सभी भूमि पुत्रों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं और ऐसी कोई शक्ति नहीं है जो उनके अस्तित्व को खतरे में डाल सके?'

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उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस धार्मिक अत्याचार के कारण अपने देश छोड़कर आए लोगों की छोटी संख्या को सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकी. अब उन्हें संशोधित नागरिकता कानून, 2019 के तहत आवेदन करके भारतीय नागरिकता हासिल करने का अवसर दिया गया है.'    उन्होंने कहा, ‘इन लोगों के कारण मूल निवासियों पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. यह गलत जानकारी फैलाई जा रही है कि भाजपा विदेशियों को लाकर गांवों एवं चाय बागानों में अतिरिक्त जमीन मुहैया कराएगी. इससे गुमराह नहीं हों.'

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