वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने संसद में बजट (Budget 2020-21) का भाषण दिया. वित्तमंत्री के रूप में उन्होंने दूसरी बार बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने GST का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने अरुण जेटली को याद किया और कहा कि उनकी दूरदर्शिता के चलते GST लागू हुआ और इससे डरावना इंस्पेक्टर राज खत्म हो गया है. बैंकिंग सिस्टम सुधार आया है जिससे बैंकों की हालत में सुधार हुआ है. अब तक 40 करोड़ का जीएसटी फाइल हो चुका है.
लोकसभा ओम बिरला ने उनको बजट पेश करने की मंजूरी देते हुए कहा कि दशक का पहला बजट पेश करने के लिए उनका अभिनंदन. पीली साड़ी पहनकर आई निर्मला सीतारमण ने भाषण की शुरुआत में लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की अगुवाई में मिली जीत का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि न यह प्रचंड जनादेश था बल्कि स्थायित्व देने वाला है.
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और 2014 से 2019 के बीच सरकारी कामकाज में बदलाव आया है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार महंगाई को काबू करने में कामयाब हुई है. बीते साल 16 लाख से ज्यादा नए करदाता जुड़े हैं. जीडीपी में हमारा कर्ज अनुपात घटा है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि छोटे और मझोले उद्योगों को राहत मिली है. वित्त मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने व्यवस्था को बदल डाला है. पीएम मोदी के नारे सबका साथ, सबका विश्वास का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने पीएम आवास योजना का भी जिक्र किया.
बता दें कि कश्मीर का जिक्र करते हुए हिंदी में एक कविता भी पढ़ी. अपने भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कश्मीरी कविता का अनुवाद करते हुए कहा, "हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन तेरा वतन हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन.''
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं