नई दिल्ली:
गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय से कहा है कि बीएसएफ जवान के खराब खाने की शिकायत सही नहीं है. बीएसएफ कांस्टेबल तेज बहादुर यादव ने इससे पहले वीडियो पोस्ट पर आरोप लगाया था कि खराब खाना परोसा जा रहा है. उस वीडियो को सोशल मीडिया पर 30 लाख बार देखा जा चुका है. उल्लेखनीय है कि इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी अब गृह मंत्रालय ने अपने प्रधानमंत्री कार्यालय को इस बारे में जानकारी दी है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में तैनात बीएसएफ के जवान तेज बहादुर ने दावा किया था कि वह सीमा पर मुश्किल हालात में ड्यूटी कर रहा है. वह बीएसएफ की 29वीं बटालियन का सदस्य है. उसका आरोप था कि यहां पर जवानों को ठीक से खाना नसीब नहीं हो रहा है और कई बार उन्हें भूखा सोना पड़ता है. वहीं, वीडियो के वायरल होने के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी रिपोर्ट तलब की. सिंह ने होम सेक्रेटरी से कहा है कि वो बीएसएफ से फौरन रिपोर्ट तलब करें.
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उसके बाद बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने कॉन्स्टेबल तेज बहादुर यादव मामले में अपनी अंतरिम रिपोर्ट गृह सचिव को सौंपीं. रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो में दिखाई हुई दाल डिब्बाबंद थी. दाल और रोटी के साथ मछली भी थी. पराठा यूनिट मेस में ही बना था.
उसके बाद कुछ और मामले सामने आने पर पीएमओ ने इस मामले पर गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अब गृह मंत्रालय ने कहा है कि तेज बहादुर यादव की खराब खाने की शिकायत सही नहीं है.
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उसके बाद कुछ और मामले सामने आने पर पीएमओ ने इस मामले पर गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अब गृह मंत्रालय ने कहा है कि तेज बहादुर यादव की खराब खाने की शिकायत सही नहीं है.
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