"युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कब तक?...", 9 अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक होने पर भड़के BJP सांसद वरुण गांधी

एसटीएफ के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लेखपाल परीक्षा में अनुचित माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

(फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से रविवार को आयोजित राजस्व लेखपाल भर्ती 2022 की मुख्य परीक्षा में नकल कराने वा वीडियो सामने आने का बाद विवाद जारी है. पेपर लीक होने के परिणामस्वरूप परीक्षा हाल में खुलेआम नकल करने का वीडियो वायरल होने पर विपक्ष हमलावर है. हालांकि, पूरे मामले में विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के नेताओं ने भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है.

पूरे मामले में अपनी ही सरकार से सवाल पूछते हुए पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा, " यूपी पुलिस, यूपीपीसीएल, यूपीएसएससी, नलकूप आपरेटर, पीईटी, यूपीटीईटी, बीएड, नीट आदि परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद अब राजस्व लेखपाल की परीक्षा में नकल माफिया छाए रहे. आखिर कबतक संगठित रूप से चलित शिक्षा माफिया युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करता रहेगा? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है!"

बीजेपी सांसद से पहले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी पूरे मामले में राज्य की बीजेपी सरकार को घेरा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, " आज लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया. अब तो लगता है कि अभ्यर्थियों का ये आरोप सच है कि ये सब बीजेपी सरकार की ही चाल है जिससे कोई भी परीक्षा पूरी न हो पाए और लोगों को नौकरी न मिले, जिससे युवा, पूँजीपतियों के यहाँ श्रमिक-चपरासी बन के रह जाएं. भाजपा वेतन-पेंशन के ख़िलाफ़ है."

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रविवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित राजस्व लेखपाल की भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर साल्वर बैठाने एवं अन्य माध्यमों से परीक्षा की शुचिता भंग करने वाले अभ्यर्थियों सहित कुल 21 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए लोगों में कुछ बिहार के निवासी सॉल्वर भी शामिल हैं. मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हो जाने का दावा किया है.

एसटीएफ के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लेखपाल परीक्षा में अनुचित माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ की प्रयागराज इकाई ने साल्वर गिरोह के सरगना विजय कांत पटेल, उसके साथी दिनेश कुमार यादव और सोनू कुमार को गिरफ्तार किया.

उन्होंने बताया कि पटेल ने राजस्व लेखपाल परीक्षा में कुल सात अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपये लिए थे और सभी को ब्लूटूथ ईयर बड और ब्लूटूथ डिवाइस देकर अभ्यर्थी पुष्पेन्द्र को वाराणसी के उदय प्रताप इण्टर कॉलेज स्थित परीक्षा केन्द्र में और जयसिंह पटेल को कानपुर नगर स्थित श्रीमती माया देवी बालिका इण्टर कालेज को उनके परीक्षा केन्द्र पर भेजा. उनसे कहा गया कि वे डिवाइस ऑन रखें और सभी प्रश्नों के उत्तर सभी अभ्यर्थियों के अलग-अलग मोबाइल से उनके ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से बताए जाएंगे.

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