महाराष्ट्र की सियासत ने एक बार फिर करवट ली है. शिंदे सरकार में एनसीपी नेता अजित पवार बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल हो गए हैं और इसके बाद से ही एनसीपी में घमासान मचा है. महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात और विपक्षी एकता को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया ने एनडीटीवी के साथ खास बातचीत की. इस दौरान सिरोया ने महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा और एनसीपी में मचे घमासान को लेकर कहा कि 2019 में उन्होंने जो पाप किया था, उन्हें उसकी सजा मिली है. साथ ही सिरोया ने कांग्रेस के भाजपा को वाशिंग मशीन बताए जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा वाशिंग मशीन नहीं, न्याय की मशीन है.
सिरोया ने महाराष्ट्र को लेकर कहा, "हमारे 105 विधायक थे और चुनाव से पहले जिस शिवसेना के साथ हमारा गठबंधन था उसे 56 सीटें मिली थी. दोनों को मिलाकर पूर्ण बहुमत था और भी सहयोगी हमारे साथ थे. उन्होंने कहा कि तीन लोगों ने मिलकर धोखा दिया. सम्मानीय उद्धव ठाकरे जी, शरद पवार जी और राहुल गांधी जी ने हमें धोखा देकर जो सरकार बनाई थी और जो अपवित्र सरकार बनी थी, उसका यह नतीजा होना ही था. शरद पवार की पार्टी के लोगों को यह बात बहुत पहले ही समझ लेनी चाहिए थी, मैं समझता हूं यह काफी विलंब से हुआ है."
उन्होंने कहा कि शरद पवार का इतिहास रहा है, उन्होंने कितनी बार पार्टियां तोड़कर सरकार बनाई है, लेकिन हमारा ऐसा कोई इतिहास नहीं रहा है. सिरोया ने कहा कि उन्होंने कर्नाटक में भी हमारे साथ 2004 और 2018 में धोखा किया. 2018 में हमारे साथ धोखाधड़ी करके कांग्रेस के राहुल गांधी ने उस समय एक अपवित्र सरकार बनाई थी. उन्होंने केवल हमें ही नहीं बल्कि जेडीएस को भी धोखा दिया. कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाकर एक साल में उनको हटा दिया. यह बड़ा षड्यंत्र था. कांग्रेस ऐसा पाप करती रही है और तोड़फोड़ का आरोप हमारे ऊपर लगाए, यह आश्चर्य है.
'वॉशिंग मशीन नहीं, न्याय की मशीन'
भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस के भाजपा को वॉशिंग मशीन बताए जाने पर सिरोया ने कहा, "हमारी तो वाशिंग मशीन नहीं है एक न्याय की मशीन है, जिसने जो अन्याय किए हैं, पाप किए हैं उन पापियों को सजा मिली है."
भ्रष्टाचार के आरोपों पर सिरोया ने कहा, "आश्चर्य की बात है कि उन लोगों को इतने वर्षों तक अपने साथ रखा और जब वे लोग हमारे पास आ गए हैं तो उन्हें भ्रष्टाचार दिख रहा है. उस समय कह रहे थे कि उनके मुकदमे कोर्ट में चल रहे हैं, विचाराधीन हैं, यह बात तो अभी भी लागू होती है कि जब कोर्ट का फैसला आ जाएगा तो उस समय जो होगा वो देखा जाएगा."
भ्रष्टाचार पर विपक्ष पर बरसे
उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके यहां जेल में गए मंत्रियों को भी उन्होंने संरक्षण दिया है. कोर्ट के केस की बात छोड़ दीजिए, बिहार में जो सबसे बड़े नेता हैं उनको हाईकोर्ट से दोषी ठहराया जा चुका है, उनको सुप्रीम कोर्ट में भी दोष सिद्धी हो चुकी है. जेल जा चुके हैं, उन्हें बड़ा नेता मानकर पता नहीं क्यों उनकी शरण में जाकर बैठे हैं. मुझे आश्चर्य होता है जब यह भ्रष्टाचार की बात करते हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष को मजबूत होना चाहिए, लेकिन विपक्ष को हम तो मजबूत नहीं कर सकते. अगर मुझे कहें तो मैं विपक्ष में चला जाता हूं, लेकिन हम यह काम कैसे करें. जिस तरह का आचरण है वह बिलकुल ठीक नहीं है. मुझे दुख होता है कि राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस में परिवारवाद इतना घुस गया है कि वह परिवार से बाहर नहीं निकल रहे और हमारे कर्नाटक के माननीय नेता मल्लिकार्जुन खरगे को भी डमी जैसा बना दिया है.
'विपक्ष में कई मुकाबले चल रहे'
विपक्षी पार्टियों की एकता पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनमें आपस में ही कई मुकाबले चल रहे हैं. मुझे जानकारी मिली है कि नीतीश कुमार संयोजक बनना चाह रहे थे, लालू जी ने बनने नहीं दिया. शरद पवार जी ने सोचा कि मैं बन जाऊंगा, उनका भी नहीं हुआ. उनके नीचे से तो धरती ही खिसक गई. सिरोया ने विपक्षी पार्टियों की एकता को लेकर कहा कि उनके आपस में ही झगड़े चलेंगे कि कौन कहां बैठे, कहां मीटिंग हो, कौन नेतृत्व करे.
सिरोया ने कहा, "मोदी जी के मुकाबले की आवश्यकता कहां है. 2024 तो बिलकुल स्पष्ट है. मैं विपक्षी पार्टियों को राय देता हूं कि आपस में इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए." उन्होंने कहा, "यह लोग राष्ट्रीय मुद्दों पर भी मोदी जी का साथ नहीं देते हैं. इनका तो भगवान ही मालिक है. 2024 में आश्चर्यजनक परिणाम आएंगे जैसे गुजरात में 156 सीटें आई हैं. आप आश्चर्य करेंगे कि हम इतनी सीटों से जीते हैं. मेरी विपक्ष को शुभकामनाएं है कि देश हित में कोई अच्छा काम करें, सरकार की सकारात्मक आलोचना करें."
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