भाजपा के एक स्थानीय नेता के कोरोना वायरस संक्रमण से मरे पिता का अंतिम संस्कार कराने से शुक्रवार को श्मशान में मौजूद सभी पंडितों ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि उनके पास व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के नाम पर मास्क तक नहीं है तथा वह अपनी जान जोखिम में नहीं डालना चाहते. पुलिस ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से मरे अपने पिता के शव को प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी तरह सील करके सूरजकुंड शमशान पहुंचे स्थानीय भाजपा नेता विभांशु वशिष्ठ को वहां के पंड़ितों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा.
श्मशान में वाद-विवाद की सूचना मिलने के बाद वहां पहुंची पुलिस की टीम ने जब पंड़ितों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास सेनेटाइजर, मास्क और दस्ताने भी नहीं हैं. ऐसे में कोविड-19 से मरे व्यक्ति का अंतिम संस्कार करवा कर वे स्वयं को खतरे में नहीं डालना चाहते हैं. पंड़ितों की बात सुनने के बाद परिजनों ने खुद ही मृतक का अंतिम संस्कार संपन्न किया.
पुलिस के समझाने पर पंड़ित पंडित रवि शर्मा और निशांत शर्मा ने उचित दूरी बनाए रखते हुए इस दौरान मंत्रोचारण कर अंतिम संस्कार संपन्न करवाने में सहायता दी.
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