तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पैसे लेकर संसद में बयान देने के मामले में अब उनकी पार्टी ने भी उनसे दूरी बना ली है. TMC के इस रुख को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता अमित मालवीय ने महुआ मोइत्रा पर तंज कसा है. उन्होंने सोशल साइट एक्स पर किए एक पोस्ट में लिखा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को छोड़ दिया है. वह अभिषेक बनर्जी के अलावा किसी और का बचाव नहीं करेंगी, जो कम अपराधी नहीं हैं… कई टीएमसी नेता गंभीर भ्रष्टाचार और आपराधिक आरोपों में जेल में हैं, लेकिन ममता बनर्जी ने चुप्पी साध रखी है.
It is not surprising that Mamata Banerjee has abandoned Mahua Moitra. She will defend no one else but Abhishek Banerjee, who is no less delinquent… Several TMC leaders are in jail on serious corruption and criminal charges but Mamata Banerjee has maintained radio silence.
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 21, 2023
TMC ने झाड़ा महुआ मोइत्रा विवाद से पल्ला
महुआ मोइत्रा से जुड़े विवाद पर टीएमसी ने कल यानी कि शनिवार को टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था. टीएमसी के पश्चिम बंगाल महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी के पास इस मुद्दे पर कहने के लिए कुछ नहीं है. पार्टी को लगता है कि जिस व्यक्ति के इर्द-गिर्द यह विवाद चल रहा है, वही इस पर प्रतिक्रिया दे सकता है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक टीएमसी इस विवाद में पड़ना नहीं चाहती है और इससे दूरी बनाए रखेगी.
महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये नकद लेने का आरोप है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर इन आरोपों की जांच की मांग की है. उनका कहना है कि इस बात की जांच की जाए कि महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन से रिश्वत ली और उन्हें अपने संसद लॉगिन क्रेडेंशियल भी दिए.
बीजेपी नेता बोले-महुआ के खिलाफ ठोस सबूत
निशिकांत दुबे ने शनिवार को लोकपाल में भी महुआ के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाते हुए टीएमसी सांसद के कार्यों की जांच की मांग की. लोकपाल को दी शिकायत में बीजेपी नेता ने कहा है कि उनके पास सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई की एक चिट्ठी है, जिसमें महुआ मोइत्रा के खिलाफ "विस्तृत सबूत के साथ हैरान करने वाले तथ्य" दिए गए हैं. निशिकांत दुबे ने शनिवार को लोकपाल में भी महुआ के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाते हुए टीएमसी सांसद के कार्यों की जांच की मांग की. लोकपाल को दी शिकायत में बीजेपी नेता ने कहा है कि उनके पास सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई की एक चिट्ठी है, जिसमें महुआ मोइत्रा के खिलाफ "विस्तृत सबूत के साथ हैरान करने वाले तथ्य" दिए गए हैं.
'महुआ ने कब और कहां ली रिश्वत'
शिकायत में कहा गया है कि चिट्ठी में वकील देहाद्राई ने विस्तार से बताया है कि महुआ मोइत्रा ने एक बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से कैसे, कब और कहां रिश्वत ली. वहीं दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया है कि महुआ मोइत्रा ने उनसे बार-बार मांगें कीं और उनसे महंगी लग्जरी चीजों समेत कई अन्य चीजें भी गिफ्ट में मांगी. बिजनेसमैन ने यह भी आरोप लगाया कि सांसद ने उन्हें अपने संसद लॉगिन क्रेडेंशियल दिए थे और उन्होंने अडाणी ग्रुप पर हमला करने को फेमस होने के तरीके के रूप में देखा.
महुआ बोलीं- मैं हर सवाल का जवाब देने को तैयार
महुआ के खिलाफ आरोपों को बेहद गंभीर बताते हुए लोकसभा आचार समिति के प्रमुख विनोद सोनकर ने कहा कि समिति पहले निशिकांत दुबे के पत्र और दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे की जांच करेगी. इसके बाद महुआ मोइत्रा का पक्ष भी सुना जाएगा. महुआ ने अपने खिलाफ लगे आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. वह लोकसभा की आचार समिति के सवालों का सामना करने के लिए भी तैयार हैं.
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