- PM मोदी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के कुशासन और महाजंगलराज को मुख्य मुद्दा बनाया है
- PM ने मटुआ समुदाय को आश्वस्त किया कि केंद्र की सरकार की CAA के कारण उन्हें भारत में रहने का अधिकार मिला है
- भाजपा का लक्ष्य पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में 160 से 170 सीटें जीतकर सत्ता में आना है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एजेंडा सेट कर दिया. कोलकाता पहुंचे पीएम मोदी कोहरे के कारण मटुआ समुदाय बहुल राणाघाट जनसभा को संबोधित करने तो नहीं जा सके लेकिन उन्होंने फ़ोन से अपने संबोधन में राज्य की ममता सरकार को कठघरे में खड़ा ज़रूर कर दिया. पड़ोसी राज्य बिहार में जंगल राज को मुद्दा बनाने के बाद अब पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में ‘महाजंगलराज' का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कुशासन ने राज्य की प्रगति रोक दी है.
पीएम ने अवैध घुसपैठियों का भी ज़िक्र किया और कहा कि तृणमूल कांग्रेस घुसपैठियों का बचाव करती है और इसीलिए चुनाव आयोग के SIR का विरोध कर रही है. पीएम ने कहा कि टीएमसी केवल कट और कमीशन में विश्वास करती है.पीएम मोदी ने हाल ही में फ़ुटबॉल के सुपर स्टार मेसी की कोलकाता यात्रा के दौरान स्टेडियम में कुप्रबंधन का भी ज़िक्र किया. एक्स प्लेटफ़ॉर्म पर अपने संदेश में उन्होंने कहा कि इससे राज्य की फ़ुटबॉल प्रेमी जनता को बहुत दुख और निराशा हुई है. पीएम ने इसे भी ममता सरकार के कुशासन से जोड़ा.
मटुआ समुदाय के लोग CAA की वजह से यहां हैं
पीएम मोदी ने नदिया के मटुआ समुदाय का ख़ासतौर से उल्लेख किया. दरअसल राज्य में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के चलते मटुआ समुदाय के मन में आशंकाएँ है. पीएम का राणाघाट में रैली भी इसके मद्देनजर आयोजित की गई थी. पीएम ने कहा कि वे मटुआ समुदाय को आश्वस्त करना चाहते हैं कि वे राज्य में तृणमूल कांग्रेस के रहमोकरम पर नहीं हैं. बल्कि केंद्र की सरकार के सीएए लागू करने के कारण उन्हें भारत में रहने का अधिकार मिला है. पीएम ने वादा किया कि उनकी सरकार मटुआ और नामशूद्र समुदाय की सेवा करती रहेगी.
BJP का लक्ष्य 160-170 सीटों का है
पीएम मोदी ने राज्य की नारी शक्ति का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस घुसपैठियों को बढ़ावा दे रही है तो नारी शक्ति के खिलाफ अत्याचार कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि नारीशक्ति सुरक्षित रहे. पिछले कुछ चुनावों में बीजेपी ने राज्य की 294 में से 121 सीटें किसी न किसी रूप में जीती हैं. यह जीत बताती है कि इन सीटों पर बीजेपी मज़बूत स्थिति में है. BJP का लक्ष्य यहां पर पूरी ताक़त झोंकना है. साथ ही इनके अलावा अन्य चालीस से पचास सीटों पर अतिरिक्त ताक़त लगाई जाएगी. बीजेपी का लक्ष्य 160-170 सीटों को अपने पाले में लाना है. इसके लिए उम्मीदवारों के चयन में सावधानी रखी जाएगी
बीजेपी का प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल में बीजेपी अपनी स्थिति लगातार मजबूत करती जा रही है. खासकर उत्तर और दक्षिण बंगाल में उसकी स्थिति मजबूत हो रही है. उसके वोट प्रतिशत में भी बढोत्तरी हो रही है. राज्य में पार्टी का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2019 के लोक सभा चुनाव में रहा जब उसे 42 में से 18 सीटों पर जीत मिली और लगभग 40.25 प्रतिशत वोट मिले. उसके बाद 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 77 सीटें जीतीं और उसे करीब 38.14 प्रतिशत वोट मिले. उसे विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने का मौका भी मिला और नेता विपक्ष का पद भी उसे हासिल हुआ. यह भाजपा के लिए विधानसभा चुनावों में भी एक बड़ी छलांग थी, क्योंकि इससे पहले उसके पास केवल तीन सीटें ही थीं. हालांकि पिछले लोक सभा चुनाव में बीजेपी का वोट प्रतिशत कमोबेश पिछली बार की ही तरह 39.08 प्रतिशत पर रहा लेकिन उसकी सीटों में कमी आई. 2019 के लोक सभा चुनाव की तुलना में उसे छह सीटों का नुकसान हुआ.
वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 47.9 प्रतिशत वोट और 213 सीटें मिलीं. यह उसके बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक है. ऐसे में बीजेपी को टीएमसी को शिकस्त देने के लिए चार-छह प्रतिशत वोट अतिरिक्त लाना होगा. यह एक बड़ी चुनौती है जहां बीजेपी की सांगठनिक क्षमता और कुशलता की परीक्षा होगी. बीजेपी ने अपने को इसके लिए झोंक दिया है. अब पीएम मोदी के दौरे से बीजेपी कार्यकर्ताओं का जोश दोगुना हुआ है.
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