समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को विश्वकर्मा जयंती (17 सितंबर) पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को पिछड़ों एवं वंचित विरोधी करार दिया. अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पूजा पर्व पर घोषित सार्वजनिक अवकाश निरस्त कर विश्वकर्मा समाज का अपमान किया है. सपा मुख्यालय से शनिवार को जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा पिछड़ों और वंचितों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के दौरान विश्वकर्मा समाज के लिए ग्राम सभा की जमीन का पट्टा, विश्वकर्मा, लोहार, बढ़ई समाज के नौजवानों को आईटीआई का प्रमाण पत्र, पुश्तैनी काम करने वालों को रोजगार के साथ विश्वकर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था.
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार ने पूजा पर्व पर घोषित सार्वजनिक अवकाश निरस्त कर विश्वकर्मा समाज का अपमान किया है. यादव ने विश्वकर्मा जयंती पर सभी प्रदेशवासियों विश्वकर्मा, शर्मा तथा शिल्पकार समाज को बधाई देते हुए कहा कि सृष्टि के शिल्पकार के रूप में विश्वकर्मा जी की प्रसिद्धि है और इन्द्र के सबसे शक्तिशाली अस्त्र वज्र का निर्माण भी विश्वकर्मा भगवान ने ही किया था. गौरतलब है कि वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश सरकार ने महापुरुषों के जन्मदिन या पुण्यतिथि पर दी जाने वाली करीब 15 सार्वजनिक छुट्टियों को रद्द कर दिया था, जिसमें विश्वकर्मा पूजा का भी अवकाश शामिल था.
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