Bihar Assembly Election 2020: बिहार की राजधानी पटना में पार्टी दफ्तरों और मीडिया चैनलों में जिन्ना को मुद्दा बनाने की कोशिश हो रही है. पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पार्टी से कुछ सवाल पूछे थे. अब शनिवार (17 अक्टूबर) को कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही सीधे इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश की. दरअसल, ये पूरा विवाद बिहार में कांग्रेस द्वारा जाले विधान सभा सीट से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी को अपना प्रत्याशी बनाने से शुरू हुआ है. भाजपा ने इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पूछा कि क्या कांग्रेस ने गांधी को छोड़कर जिन्ना का दामन थाम लिया है? इस पर आज कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया और जबाव में कई सवाल पूछ डाले.
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये पूरा विवाद BJP के नेताओं द्वारा बिहार चुनाव में मुद्दों से भटकाने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि उस्मानी ने कभी भी जिन्ना की विचारधारा से लगाव नहीं रखा. यह सरासर झूठे आरोप हैं. सुरजेवाला ने दावा किया कि जब उस्मानी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जिन्ना की तस्वीर ना केवल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बल्कि संसद और बॉम्बे हाई कोर्ट से भी हटाने के लिए चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया था लेकिन प्रधानमंत्री ने आज तक ना तो उस पत्र का जवाब दिया और ना ही इस संबंध में कोई निर्देश दिया है.
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सुरजेवाला ने कहा कि दरअसल BJP के नेता 10 लाख लोगों को नौकरी देने से महागठबंधन को रोकना चाहते हैं, इसलिए वो लोगों को मुद्दों से भटका रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज बिहार में किसानों को मक्के का भाव 750 रुपये मिल रहा है, जबकि उसका बाजार भाव ज्यादा है. किसानों के पास बिक्री का कोई विकल्प नहीं है.
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सुरजेवाला ने ये भी कहा कि जिस भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लालकृष्णा आडवाणी को जिन्ना की तारीफ़ करने पर अपने पद से जाना पड़ा था, उन्हें बिहार में ही एक ज़माने में गिरफ़्तार किया गया था. उनके पूछा कि भाजपा इस बात पर क्यों नहीं सफ़ाई देती कि आख़िर पठानकोट हमले के बाद आईएसआई जो आतंकवादियो को शरण देती है, उन्हें भारत आने का आमंत्रण क्यों दिया गया? उन्होंने ये भी पूछा कि मौलाना मसूद अज़हर को किस सरकार ने रिहा किया था?
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