बेंगलुरु:
बेंगलुरु नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की है। 198 सीटों में बीजेपी ने 101 सीटों पर कब्ज़ा कर लिया है। कांग्रेस को 76, जेडीएस को 14 और अन्य को आठ सीटें मिली हैं। 2010 में बीजेपी ने 116 सीटों पर सफलता हासिल की थी।
ये जीत बीजेपी के लिए अहम है, क्योंकि 2010 में बीजेपी की सरकार थी, लेकिन उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था। इस जीत को बीजेपी अपनी वापसी के तौर पर देख रही है। बेंगलुरु में बीजेपी को यह जीत मध्य प्रदेश और राजस्थान के निकाय चुनावों में पार्टी को जीत हासिल होने के बाद आई है। पीएम मोदी ने इसे पार्टी की जीत की हैट्रिक करार दिया है। पीएम मोदी ने इस जीत पर बीजेपी नेता, कार्यकर्ता और जनता को बधाई दी है।
शनिवार को हुए मतदान में 50 फीसदी से कम वोटरों ने अपने वोट डाले। शहर में बढ़ती गंदगी और पानी की कमी तथा बदहाल सड़कों की वजह से भड़के मतदाताओं ने शायद अपने आपको मतदान से दूर रखकर राजनीतिक पार्टियों को सांकेतिक चेतवानी दी कि अगर वो ठीक से काम नहीं करेंगे, तो मतदाताओं की नाराज़गी उन्हें झेलनी पड़ेगी।
2011 के जनगणना के आधार पर परिसीमन के बाद 198 में से आधे यानी 99 वार्ड्स महिलाओं के लिए सुरक्षित घोषित किए गए थे। पिछले चुनाव 2010 में हुए थे, बीजीपी का तब शासन था और 198 में से बीजेपी ने 116 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस 62 और जेडीएस 14 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 8 सीटें मिली थी।
ये जीत बीजेपी के लिए अहम है, क्योंकि 2010 में बीजेपी की सरकार थी, लेकिन उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था। इस जीत को बीजेपी अपनी वापसी के तौर पर देख रही है। बेंगलुरु में बीजेपी को यह जीत मध्य प्रदेश और राजस्थान के निकाय चुनावों में पार्टी को जीत हासिल होने के बाद आई है। पीएम मोदी ने इसे पार्टी की जीत की हैट्रिक करार दिया है। पीएम मोदी ने इस जीत पर बीजेपी नेता, कार्यकर्ता और जनता को बधाई दी है।
शनिवार को हुए मतदान में 50 फीसदी से कम वोटरों ने अपने वोट डाले। शहर में बढ़ती गंदगी और पानी की कमी तथा बदहाल सड़कों की वजह से भड़के मतदाताओं ने शायद अपने आपको मतदान से दूर रखकर राजनीतिक पार्टियों को सांकेतिक चेतवानी दी कि अगर वो ठीक से काम नहीं करेंगे, तो मतदाताओं की नाराज़गी उन्हें झेलनी पड़ेगी।
2011 के जनगणना के आधार पर परिसीमन के बाद 198 में से आधे यानी 99 वार्ड्स महिलाओं के लिए सुरक्षित घोषित किए गए थे। पिछले चुनाव 2010 में हुए थे, बीजीपी का तब शासन था और 198 में से बीजेपी ने 116 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस 62 और जेडीएस 14 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 8 सीटें मिली थी।