50 करोड़ नकद, 5 किलो सोना : बंगाल के मंत्री की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घरों में मिला दौलत का पहाड़

Arpita Mukherjee के दूसरे घर पर ईडी ने छापा मारा था. यह रेड 18 घंटे तक चली. इस दौरान 29 करोड़ रुपए कैश, 5 किलो सोना मिला. अब तक मुखर्जी के पास से कुल 50 करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं.

नई दिल्ली:

शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक दूसरे घर पर बुधवार को ईडी ने छापेमारी की. अर्पिता के इस घर पर भी ईडी को नोटों का खजाना मिला है. इस घर पर ईडी की करीब 18 घंटे छापेमारी चली है, जिसमें 29 करोड़ रुपए कैश और 5 किलो सोना मिला है. रातभर नोटों की काउंटिंग होती रही. इसके अलावा सोने के गहने और बिस्किट बरामद हुए हैं. बता दें, इससे पहले भी ईडी अर्पिता के एक और घर पर छापा मार चुकी है, जिसमें 20.9 करोड़ रुपये नकद और तमाम संपत्तियों के दस्तावेज जांच एजेंसी बरामद हुए थे. जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी के दोनों फ्लैट से अब तक 50 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हो चुकी है

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इससे पहले बुधवार शाम को जांच अधिकारियों की टीम कोलकाता के बेलघारिया इलाके में अर्पिता के घर पहुंची थी और फ्लैट की चाबी न होने के कारण ताला तोड़कर अधिकारी अंदर घुसे. ताला तोड़ने और तलाशी अभियान के दौरान गवाह भी बुलाए गए थे. खबरों के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी के इस घर से भी बड़ी बरामदगी देखकर अधिकारी सन्न रह गए.बैंक अधिकारियों को तत्काल मौके पर बुलाकर नोटों की गिनती शुरू कराई गई. सूत्रों के अनुसार, कुछ और प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं. ED को अलमारियों से कैश भी मिला.

सूत्रों का कहना है कि दूसरे घर से भी बेहिसाब रकम मिलने के बाद नोटों की गिनती के लिए चार बैंक कर्मचारियों को बुलाना पड़ा. 5 काउंटिंग मशीनें लगाई गईं. यहां भी अर्पिता के टॉलीगंज स्थित घर की तरह यहां बेलघारिया टाउन क्लब हाउस स्थित फ्लैट के वार्डरोब में नोटों के बंडल भरे हुए थे. यहां नोटों की गड्डियां मिलने की खबर के बाद भारी भीड़ भी इकट्ठा हो गई. 

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पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी फिलहाल 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में हैं. पार्थ को गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. उनसे लगातार शिक्षा भर्ती घोटाले को लेकर पूछताछ की जा रही है. ईडी का कहना है कि अर्पिता के घर से मिला धन शिक्षा भर्ती घोटाले के जरिये कमाई गई राशि है, जो पार्थ चटर्जी की है. हालांकि बंगाल सरकार में वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी से इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया तो वो भड़क गए. पार्थ ने कहा कि इसकी जरूरत क्या है?

कोलकाता के जोका स्थित ईएसआई अस्पताल के बाहर ये सवाल उनसे पूछा गया था. सुबह चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को ईडी की पूछताछ से पहले नियमित जांच के लिए ले जाया गया था. मंत्री को अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया और वहां से करीब दो घंटे बाद केंद्रीय एजेंसी उन्हें शहर के सॉल्ट लेक इलाके में स्थित सीजोओ कॉम्प्लेक्स के ईडी कार्यालय ले गई. पार्थ चटर्जी से पूछा गया, क्या वह मंत्री पद से इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं, इस सवाल से तमतमाए चटर्जी ने कहा, इस्तीफा देने की जरूरत क्या है?

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ईडी का कहना है कि स्कूलों में अनियमितता की जांच के संबंध में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर बुधवार को छापेमारी की गई. राजदंगा और बेलघरिया समेत कुछ स्थानों पर छापेमारी की जा रही है जहां अर्पिता की सम्पत्तियां पाई गई हैं. ईडी अफसर ने कहा, हमने बेलघरिया में अर्पिता के कुछ फ्लैट का पता लगाया है और (दक्षिणी हिस्से में) राजदंगा में एक अन्य फ्लैट का पता लगाया है. अधिकारी वहां तलाशी ले रहे हैं