बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बग्घी में सवार होकर पहुंचे
नई दिल्ली:
बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के साथ ही रविवार को चार-दिवसीय गणतंत्र दिवस समारोह संपन्न हो गया. रविवार शाम हुए इस आयोजन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस बार पारंपरिक बग्घी में पहुंचे. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे. उन्होंने और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने राष्ट्रपति का स्वागत किया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल में बग्घी की यह आखिरी सवारी थी. प्रणब मुखर्जी 2012 में राष्ट्रपति बने और 2014 के बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में बग्घी को फिर से शामिल किया गया था. इसके पहले सुरक्षा कारणों से करीब तीन दशकों से सार्वजनिक समारोहों में बग्घी का उपयोग नहीं किया जा रहा था. हालांकि 2015 में राष्ट्रपति अपनी लिमोजिन से आए थे.
रविवार को बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में सेना के विभिन्न बैंड्स ने शानदार धुनें बजाईं. विजय चौक पर आयोजित कार्यक्रम में इस साल कार्यक्रम में सेना के 16 बैंड के अलावा 16 पाइप एवं ड्रम बैंड भी शामिल हुए. 26 से ज्यादा धुनें बजाई गईं. सेना के बैंड द्वारा प्रस्तुत 'मेरा मुल्क, मेरा देश, मेरा यह वतन' को समारोह में मौजूद लोगों ने काफी सराहा. बेहतरीन तरीके से संयोजित मार्च पास्ट के साथ पेश किए गए 'जय भारती' ने भी लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा.
कार्यक्रम के समापन के हिस्से में बैंड 'सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा' के साथ रायसीना हिल की तरफ मार्च करते हुए गए. उनके दूर चलते चले जाने के साथ ही राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक, संसद भवन परिसर और आसपास के भवन रोशनी में नहा उठे.
बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम सेना की सदियों पुरानी परंपरा है, जब सैनिक युद्ध के बाद शाम में अपने शिविरों में लौटते थे. बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के साथ ही चार दिन तक चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोहों का समापन होता है. कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विजय चौक पर लोगों का अभिवादन किया. (इनपुट एजेंसियों से)
रविवार को बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में सेना के विभिन्न बैंड्स ने शानदार धुनें बजाईं. विजय चौक पर आयोजित कार्यक्रम में इस साल कार्यक्रम में सेना के 16 बैंड के अलावा 16 पाइप एवं ड्रम बैंड भी शामिल हुए. 26 से ज्यादा धुनें बजाई गईं. सेना के बैंड द्वारा प्रस्तुत 'मेरा मुल्क, मेरा देश, मेरा यह वतन' को समारोह में मौजूद लोगों ने काफी सराहा. बेहतरीन तरीके से संयोजित मार्च पास्ट के साथ पेश किए गए 'जय भारती' ने भी लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा.
कार्यक्रम के समापन के हिस्से में बैंड 'सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा' के साथ रायसीना हिल की तरफ मार्च करते हुए गए. उनके दूर चलते चले जाने के साथ ही राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक, संसद भवन परिसर और आसपास के भवन रोशनी में नहा उठे.
बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम सेना की सदियों पुरानी परंपरा है, जब सैनिक युद्ध के बाद शाम में अपने शिविरों में लौटते थे. बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के साथ ही चार दिन तक चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोहों का समापन होता है. कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विजय चौक पर लोगों का अभिवादन किया. (इनपुट एजेंसियों से)
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