विजय माल्या (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
विजय माल्या का कहना है कि उसकी कंपनी दिवालिया हो चुकी है इसलिए न तो वह कर्ज़ चुका सकता है और न ही अपने कर्मचारियों के पैसे दे सकता है लेकिन माल्या की कहानी कहीं ज़्यादा उलझी हुई है। उसकी कंपनी किंगफ़िशर भले ही बैठ गई हो लेकिन माल्या की निजी संपत्ति में कोई कमी नहीं आई है। हमने जब इसकी पड़ताल की तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।
शराब कारोबारी विजय माल्या अब देश छोड़कर जा चुके हैं। उन्हें रोकने के लिए 17 बैंकों ने कोर्ट में अर्जी दी थी लेकिन वह अब देश में नहीं हैं। उन पर कुल कर्ज़ 9000 करोड़ रुपये है। उनकी बड़ी संपत्तियों की क़ीमत है 400-500 करोड़ रुपये। सवाल यह भी उठता है कि क्या बैंकों ने माल्या की कमाई के असली स्रोतों की अनदेखी की?
हलफनामे में माल्या ने कहा था - न मेरे नाम कोई प्रॉपर्टी, न कोई कर्ज
बोले माल्या- 'भागा नहीं, कानून का पालन करूंगा'
क्या माल्या को थी पहले से ही भनक, आखिर उन 7 बैगों में क्या था?
माल्या की कंपनी यूनाइटेड ब्रूअरी होल्डिंग लिमिटेड (UBHL) ने यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड (USL) को 2400 करोड़ रुपये में डियाजियो को बेचा था। यूनाइटेड ब्रूअरी होल्डिंग लिमिटेड में माल्या की हिस्सेदारी 52.34% है। इन शेयरों की क़ीमत 6864 करोड़ रुपये और है यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड में माल्या के शेयरों की कीमत 141 करोड़ रुपये है। माल्या की निजी संपत्ति की बात करें तो यह 9405 करोड़ रुपये है।
माल्या की 2400 करोड़ की संपत्ति पर दावा किया जा सकता है। सवाल यह भी है कि बैंकों ने माल्या की पर्सनल गारंटी क्यों नहीं ली? वैसे माल्या ने अपने निजी शेयर बेचने को लेकर बैंकों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की। यूनाइटेड ब्रूअरी की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों ने समय-समय पर कंपनी के शेयर बेचे और माल्या की कंपनी ने बैंकों के ख़िलाफ़ बॉम्बे हाई कार्ट में केस किया था।
माल्या ने फ़रवरी 2016 में बारबेडॉस ट्राइडेंट टीम को खरीदा। यह टीम कैरेबियाई प्रीमियर लीग खेलती है। माल्या ने करीब 13 करोड़ रुपये में इस टीम को खरीदा। खिलाड़ियों की सैलरी के लिए 5 करोड़ रुपए भी दिए। 2015 में किंगफ़िशर अल्ट्रा इंडिया डर्बी में 3 करोड़ लगाए और 2015 में अपनी बर्थडे पार्टी पर 3 करोड़ ख़र्च किए।
शराब कारोबारी विजय माल्या अब देश छोड़कर जा चुके हैं। उन्हें रोकने के लिए 17 बैंकों ने कोर्ट में अर्जी दी थी लेकिन वह अब देश में नहीं हैं। उन पर कुल कर्ज़ 9000 करोड़ रुपये है। उनकी बड़ी संपत्तियों की क़ीमत है 400-500 करोड़ रुपये। सवाल यह भी उठता है कि क्या बैंकों ने माल्या की कमाई के असली स्रोतों की अनदेखी की?
हलफनामे में माल्या ने कहा था - न मेरे नाम कोई प्रॉपर्टी, न कोई कर्ज
बोले माल्या- 'भागा नहीं, कानून का पालन करूंगा'
क्या माल्या को थी पहले से ही भनक, आखिर उन 7 बैगों में क्या था?
माल्या की कंपनी यूनाइटेड ब्रूअरी होल्डिंग लिमिटेड (UBHL) ने यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड (USL) को 2400 करोड़ रुपये में डियाजियो को बेचा था। यूनाइटेड ब्रूअरी होल्डिंग लिमिटेड में माल्या की हिस्सेदारी 52.34% है। इन शेयरों की क़ीमत 6864 करोड़ रुपये और है यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड में माल्या के शेयरों की कीमत 141 करोड़ रुपये है। माल्या की निजी संपत्ति की बात करें तो यह 9405 करोड़ रुपये है।
माल्या की 2400 करोड़ की संपत्ति पर दावा किया जा सकता है। सवाल यह भी है कि बैंकों ने माल्या की पर्सनल गारंटी क्यों नहीं ली? वैसे माल्या ने अपने निजी शेयर बेचने को लेकर बैंकों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की। यूनाइटेड ब्रूअरी की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों ने समय-समय पर कंपनी के शेयर बेचे और माल्या की कंपनी ने बैंकों के ख़िलाफ़ बॉम्बे हाई कार्ट में केस किया था।
माल्या ने फ़रवरी 2016 में बारबेडॉस ट्राइडेंट टीम को खरीदा। यह टीम कैरेबियाई प्रीमियर लीग खेलती है। माल्या ने करीब 13 करोड़ रुपये में इस टीम को खरीदा। खिलाड़ियों की सैलरी के लिए 5 करोड़ रुपए भी दिए। 2015 में किंगफ़िशर अल्ट्रा इंडिया डर्बी में 3 करोड़ लगाए और 2015 में अपनी बर्थडे पार्टी पर 3 करोड़ ख़र्च किए।
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