
- 17 छात्राओं के उत्पीड़न के आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती को कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है.
- एसीपी ने कोर्ट को बताया कि चैतन्यानंद कॉलेज में छेड़छाड़ करता था, धमकाता था, अश्लील मैसेज भेजता था.
- चैतन्यानंद ने लड़कियों के बाथरूम में कई कैमरे लगवा रखे थे, जो चैतन्यानंद के मोबाइल फोन से कनेक्ट थे.
दिल्ली में 17 छात्राओं के उत्पीड़न के आरोपी स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद सरस्वती को पटियाला हाउस कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस के एसीपी ने कोर्ट को बताया कि चैतन्यानंद लड़कियों के साथ न सिर्फ कालेज में छेड़छाड़ करता था बल्कि धमकाता था और अश्लील मैसेज भेजता था. उसने लड़कियों के बाथरूम में कई कैमरे लगवा रखे थे, जो चैतन्यानंद के मोबाइल फोन से कनेक्ट थे.
'छात्राओं को धमकाता था चैतन्यानंद'
दिल्ली पुलिस ने रविवार सुबह आगरा से गिरफ्तार किए गए 62 वर्षीय चैतन्यानंद को दोपहर करीब 3:40 बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट रवि के सामने पेश किया. बहस के दौरान प्रॉसिक्यूशन ने आरोप लगाया कि चैतन्यानंद ने कई छात्राओं से छेड़छाड़ की और उनसे यौन संबंध बनाने की मांग की. पीड़िताओं ने अपनी गवाही में आरोपों की पुष्टि की है.
अभियोजन पक्ष ने आरोप लगाया कि चैतन्यानंद लड़कियों को धमकियां देता था. उन पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए थे. कई कैमरे बाथरूम में भी लगे थे. करीब 16 लड़कियों ने शिकायत की है. कई अन्य आरोपों की पुष्टि की जानी है, ऐसे में पुलिस कस्टडी जरूरी है.
बचाव में बाबा बोला, पुलिस परेशान कर रही
चैतन्यानंद के वकील ने हिरासत में पूछताछ की मांग का विरोध करते हुए कहा कि सभी 16-20 छात्राओं ने पहले ही अपने बयान दर्ज करा दिए हैं. उनके मुवक्किल के फोन, आईपैड और सामान भी ले लिया है. वह डायबीटीज से पीड़ित हैं और बेचैनी की समस्या है.
चैतन्यानंद के वकील ने आरोप लगाया कि पुलिस उनके साथ ठीक बर्ताव नहीं कर रही है. उनके भिक्षु वाले कपड़े छीन लिए हैं. ये सिर्फ परेशान करने के लिए पुलिस हिरासत चाहते हैं. अगर कोर्ट को लगता है कि (महिलाओं को) कोई खतरा है तो न्यायिक हिरासत में रखा जा सकता है. इस पर शिकायतकर्ता के वकील ने कहा कि पुलिस हिरासत की जरूरत है क्योंकि पीड़िताओं के बयान, डिजिटल व अन्य सबूतों से आरोपी का आमना-सामना कराना है.
जांच में सहयोग नहीं कर रहा बाबाः पुलिस
चैतन्यानंद से गवाहों को खतरे का दावा करते हुए वकील ने कहा कि एक गवाह ने पुलिस को बताया है कि उसे धमकी दी गई थी कि अगर उसने शिकायत करने की हिम्मत की तो उसे उठा लिया जाएगा. जांच अभी शुरुआती दौर में है. उसमें छेड़छाड़ का खतरा है. धोखाधड़ी पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें अग्रिम जमानत खारिज कर हो चुकी है.
प्रॉसिक्यूशन की तरफ से कहा गया कि चैतन्यानंद दो महीने में पहली बार जांच में शामिल हुआ है. वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. उसने अपने आईपैड और आईक्लाउड के पासवर्ड नहीं बताए हैं. सिर्फ जब्ती काफी नहीं है. बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल के आचरण का पुलिस हिरासत की मांग से कोई लेना-देना नहीं है.
बैंक खाते, एफडी के करोड़ों रुपये जब्त
इससे पहले, पुलिस ने चैतन्यानंद के बैंक खातों और एफडी में जमा करोड़ों रुपये जब्त कर लिए थे. जांच से पता चला कि आरोपी ने अलग-अलग नामों और डिटेल्स से कई बैंक खाते खुलवा रखे थे. अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद 50 लाख रुपये से अधिक निकाले थे. पुलिस को उसके पास से फर्जी विजिटिंग कार्ड भी मिले हैं, जिसमें उसका संयुक्त राष्ट्र और ब्रिक्स से जुड़ाव दिखाया गया था.
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