आजम खान (फाइल फोटो)
अमेरिका दौरे पर विदेशी निवेशकों को लुभाने में जुटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए उत्तर प्रदेश के सीनियर कैबिनट मिनिस्टर आजम खान ने कहा कि आशा है कि वह स्वदेशी उद्योगपतियों को भी वही सम्मान और सहूलियत देंगे जिनका वादा वह अमेरिकी कम्पनियों से कर रहे हैं। वे अमेरिकी जनता को खुश करने के बजाय खुदकुशी कर रहे किसानों, जवानों और मां-बहनों के चेहरे पर मुस्कान लाएंगे।
खां ने एक बयान में कहा, ‘आशा है कि उनके (मोदी) द्वारा स्वदेशी उद्योगपतियों को भी वही सम्मान और सहूलियतें दी जाएंगी जो अमेरिकी उद्योगपतियों को देने की बात कही जा रही है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री स्वदेशी उद्योगपतियों को विदेशी तकनीक लाने और देश-देशवासियों को शामिल करके स्वदेशी का सपना साकार करेंगे।'
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अब कोई ईस्ट इंडिया कम्पनी न आ सके और कोई देश का धन विदेश न ले जा सके। आशा है कि मोदी अमेरिकी जनता को खुश करने के बजाय आत्महत्या कर रहे किसानों, दुखी जवानों और मां-बहनों के चेहरे पर उदासी की लकीर मिटाने और मुस्कान लाने का संकल्प लेंगे।
मालूम कि मोदी ने अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिये भारत को निवेश के लिए सर्वोत्तम स्थल बताते हुए कहा था, ‘दुनिया में पैसे की कोई कमी नहीं है। बहुत से देशों के पास बहुत ज्यादा पैसा है लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे यह पैसा कहां लगाएं। मैं उन्हें बता रहा हूं- हेयर इज द अड्रेस : यह पता है:- भारत। भारत निवेश का नया गंतव्य है।’
खां ने एक बयान में कहा, ‘आशा है कि उनके (मोदी) द्वारा स्वदेशी उद्योगपतियों को भी वही सम्मान और सहूलियतें दी जाएंगी जो अमेरिकी उद्योगपतियों को देने की बात कही जा रही है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री स्वदेशी उद्योगपतियों को विदेशी तकनीक लाने और देश-देशवासियों को शामिल करके स्वदेशी का सपना साकार करेंगे।'
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अब कोई ईस्ट इंडिया कम्पनी न आ सके और कोई देश का धन विदेश न ले जा सके। आशा है कि मोदी अमेरिकी जनता को खुश करने के बजाय आत्महत्या कर रहे किसानों, दुखी जवानों और मां-बहनों के चेहरे पर उदासी की लकीर मिटाने और मुस्कान लाने का संकल्प लेंगे।
मालूम कि मोदी ने अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिये भारत को निवेश के लिए सर्वोत्तम स्थल बताते हुए कहा था, ‘दुनिया में पैसे की कोई कमी नहीं है। बहुत से देशों के पास बहुत ज्यादा पैसा है लेकिन उन्हें पता नहीं कि वे यह पैसा कहां लगाएं। मैं उन्हें बता रहा हूं- हेयर इज द अड्रेस : यह पता है:- भारत। भारत निवेश का नया गंतव्य है।’
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