"लद्दाख में सोनम वांगचुक के नेतृत्व में प्रस्तावित सीमा मार्च से एक दिन पहले लद्दाख में इंटरनेट प्रतिबंध सहित निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. वांगचुक इस समय लेह में अनशन पर हैं. प्रशासन की सख्ती के बाद वांगचुक ने लद्दाख में लोगों को मार्च नहीं निकालने की सलाह दी और इसके बजाय रविवार को जहां भी हों, वहीं से आवाज उठाने को कहा.
रविवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 'पशमीना मार्च' में हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद थी. आमिर खान अभिनीत फिल्म '3 इडियट्स' के प्रेरणास्रोत वांगचुक ने पहले दावा किया था कि मार्च "लद्दाख में जमीनी हकीकत" को उजागर करेगा. उन्होंने दावा किया था कि चीन ने 4,000 वर्ग किमी से अधिक जमीन हड़प ली है. एक्स को संबोधित करते हुए, वांगचुक ने कहा कि क्षेत्र में स्मोक ग्रेनेड, दंगा गियर और बैरिकेड्स से लैस सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
LEH IS BEING TURNED INTO A WAR ZONE
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) April 6, 2024
with disproportionate force, barricades, smoke grenades.
Attempts to arrest peaceful youth leaders even singers continue. Seems they want to turn a most peaceful movement violent & then brand Ladakhis as anti-nationals.
Govt seems worried… pic.twitter.com/851iI8ZWHY
वांगचुक ने कहा, "लेह को युद्ध क्षेत्र में तब्दील किया जा रहा है. शांतिपूर्ण युवा नेताओं को गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है. ऐसा लगता है कि प्रशासन सबसे शांतिपूर्ण आंदोलन को हिंसक बनाना चाहता है. वांगचुक ने कहा, "ऐसा लगता है कि सरकार केवल अपने वोटों और खनन लॉबी पर लद्दाख के प्रभाव के बारे में चिंतित है... न कि यहां के लोगों के बारे में और न ही राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में." वांगचुक ने कहा कि कार्यकर्ताओं से जबरन बॉन्ड साइन करवाए जा रहे हैं. नेताओं को सिर्फ अपने वोटों की चिंता है.
महात्मा गांधी के दांडी मार्च की तर्ज पर 'पशमीना मार्च' का आह्वान वांगचुक ने 27 मार्च को किया था. इस घोषणा के एक दिन बाद उन्होंने लद्दाख को राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची के तहत इसकी बहुसंख्यक आदिवासी आबादी के अधिकारों की सुरक्षा के लिए अपनी 21 दिन की भूख हड़ताल वापस ले ली थी.
प्रशासन ने शुक्रवार को दो अलग-अलग आदेश जारी किए. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, लद्दाख द्वारा जारी एक आदेश में पुलिस और खुफिया एजेंसियों के इनपुट का हवाला दिया गया और कहा गया, "सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से आम जनता को उकसाने और भड़काने के लिए असामाजिक तत्वों और शरारती तत्वों द्वारा मोबाइल डेटा और सार्वजनिक वाईफाई सुविधाओं के दुरुपयोग की पूरी आशंका है."
आदेश में कहा गया है, "मोबाइल डेटा सेवाओं को 2जी तक कम करना नितांत आवश्यक है, जिससे 3जी, 4जी, 5जी और सार्वजनिक वाई-फाई सुविधाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा." इसमें कहा गया है कि यह आदेश लेह शहर और उसके आसपास के 10 किमी के दायरे में शनिवार शाम 6 बजे से रविवार शाम 6 बजे तक लागू होगा.
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