2007 के समझौता एक्सप्रेस हमले के आरोप झेल रहे असीमानंद ने एक इंटरव्यू में कहा है कि ये धमाके राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की जानकारी में हुए।
असीमानंद का यह इंटरव्यू कैरेवन पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। इसमें कहा गया है आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को इस साजिश की जानकारी थी। असीमानंद समझौता एक्सप्रेस हमले के अलावा हैदराबाद के मक्का मस्जिद धमाके और अजमेर दरगाह में 2007 में हुए धमाके का भी आरोपी है। वह अभी अंबाला सेंट्रल जेल में बंद है।
हालांकि असीमानंद के वकील जेएस राना ने एक बयान जारी कर पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट को खारिज किया और दावा किया कि ऐसा इंटरव्यू कभी हुआ ही नहीं। उन्होंने कानूनी कार्रवाई की धमकी देते हुए कहा कि इस लेख में प्रकाशित सामग्री झूठी, आधारहीन और मनगढ़ंत है।
कैरेवन के मुताबिक असीमानंद ने जेल से ही कई कड़ियों में पत्रिका को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया, जिसमें उसने दावा किया कि 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए धमाके, हैदराबाद की मक्का मस्जिद, राजस्थान के अजमेर शरीफ में हुए धमाके और 2006 और 2008 में मालेगांव में हुए धमाके आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व की मंजूरी से हुए थे, जिनमें मौजूदा संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हैं।
इस बारे में संघ के प्रवक्ता राम माधव ने कहा है कि असीमानंद जेल में है, फिर उसका इंटरव्यू कैसे लिया जा सकता है। हम प्रकाशित बातचीत की सत्यता पर सवाल उठाते हैं। संघ के एक अन्य वरिष्ठ नेता एमजी वैद्य ने कहा, यह सब झूठ है, कल्पना है। आरएसएस ऐसे कृत्य नहीं करता। संघ कभी किसी से बम फोड़ने के लिए नहीं कहता, बल्कि उसका काम चरित्र निर्माण और इतिहास निर्माण है। आरएसएस का आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है।
कांग्रेस ने इस मामले में जांच की मांग की है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला का कहना है कि यह बहुत गंभीर आरोप है और गृहमंत्रालय को इस पर जरूर गौर करना चाहिए। भाजपा को अपना रवैया साफ करना चाहिए।
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने असीमानंद के खिलाफ चार्जशीट दायर कर रखी है, लेकिन उन्होंने किसी प्रमुख आरएसएस नेता का जिक्र नहीं किया है। एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक उन्हें नहीं लगता कि कैरेवन में छपी बातों से कोई प्रभाव पड़ेगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं