नई दिल्ली:
विवादास्पद आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय से अपील की है कि उन पर चल रहे दुष्कर्म मामले में मीडिया द्वारा उनके, उनके परिवार और आश्रम के बारे में अटकलें लगाने व काल्पनिक खबरें दिखाने पर रोक लगाई जाए।
वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी.सतशिवम की पीठ के सामने कहा कि न्यायालय की कार्यवाही की सही रिपोर्टिग पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन आसाराम के आश्रम को वेश्यालय की तरह पेश करने वाली काल्पनिक खबरों को रोका जाना चाहिए।
इस आश्रम में आसाराम से जुड़े लोगों के 10,000 बेटे-बेटियां पढ़ते हैं और मीडिया की खबरों का उन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। न्यायालय ने कहा कि इस मामले पर सुनवाई 21 अक्टूबर को की जाएगी।
वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी.सतशिवम की पीठ के सामने कहा कि न्यायालय की कार्यवाही की सही रिपोर्टिग पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन आसाराम के आश्रम को वेश्यालय की तरह पेश करने वाली काल्पनिक खबरों को रोका जाना चाहिए।
इस आश्रम में आसाराम से जुड़े लोगों के 10,000 बेटे-बेटियां पढ़ते हैं और मीडिया की खबरों का उन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। न्यायालय ने कहा कि इस मामले पर सुनवाई 21 अक्टूबर को की जाएगी।
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