आसाराम (फाइल फोटो)
इंदौर:
आसाराम के बेटे नारायण साईं की पत्नी ने अपने ससुर और पति के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप दोहराते हुए पुलिस थाने में बयान दर्ज कराया और दोनों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की गुहार की।
खजराना थाने के आलाधिकारी ने बताया कि नारायण की पत्नी जानकी (38) ने अपने पति और ससुर आसाराम के खिलाफ 19 सितंबर को उनके थाने में शिकायत दर्ज करायी थी। इस शिकायत की जांच के दौरान उन्हें आज बयान देने बुलाया गया।
उन्होंने बताया कि जानकी ने पुलिस को दर्ज कराये बयान में उनके पति और ससुर के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप दोहराये। जानकी के वकील रोहित यादव ने बताया कि उनकी मुवक्किल ने अपना बयान दर्ज कराने के साथ नारायण से उनकी शादी की तस्वीरें और उनके आरोपों से संबंधित अन्य दस्तावेज पुलिस को सौंपे। इसके साथ ही, उनके पति और ससुर के खिलाफ संबद्ध धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की गुहार की।
जानकी ने खजराना पुलिस थाने में कोई दो महीने पहले दर्ज करायी शिकायत में आरोप लगाया था कि उनके पति नारायण हरपलानी (नारायण साईं का असली नाम) ने उनसे शादी के बाद अपने आश्रम की एक साधिका से अवैध संबंध बनाये थे। जब यह साधिका कथित तौर पर गर्भवती हो गयी, तो उन्होंने (नारायण ने) उनसे कहा कि वह दूसरी शादी करना चाहते हैं। 38 वर्षीय महिला का आरोप है कि जब उन्होंने नारायण से कहा कि वह उन्हें तलाक देकर दूसरी शादी कर सकते हैं, तो उनके पति ने उन्हें बताये बगैर ही इस साधिका से राजस्थान में दूसरी शादी कर ली और इस महिला से उन्हें एक ‘नाजायज संतान’ भी है।
जानकी ने पुलिस थाने में दर्ज करायी शिकायत में आसाराम पर आरोप लगाया था कि वह भी उन पर ‘गंभीर दबाव’ बनाते थे। इसके साथ ही, उनके पिता देवराज कृष्णानी ने आसाराम के कथित प्रभाव और दबाव में आकर अपनी कई बेशकीमती संपत्तियां इस स्वयंभू संत के भोपाल स्थित आश्रम को दान में दे दी थीं। कृष्णानी का निधन हो चुका है। जानकी का दावा है कि नारायण से उनकी शादी 22 मई 1997 को हुई थी।
खजराना थाने के आलाधिकारी ने बताया कि नारायण की पत्नी जानकी (38) ने अपने पति और ससुर आसाराम के खिलाफ 19 सितंबर को उनके थाने में शिकायत दर्ज करायी थी। इस शिकायत की जांच के दौरान उन्हें आज बयान देने बुलाया गया।
उन्होंने बताया कि जानकी ने पुलिस को दर्ज कराये बयान में उनके पति और ससुर के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप दोहराये। जानकी के वकील रोहित यादव ने बताया कि उनकी मुवक्किल ने अपना बयान दर्ज कराने के साथ नारायण से उनकी शादी की तस्वीरें और उनके आरोपों से संबंधित अन्य दस्तावेज पुलिस को सौंपे। इसके साथ ही, उनके पति और ससुर के खिलाफ संबद्ध धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की गुहार की।
जानकी ने खजराना पुलिस थाने में कोई दो महीने पहले दर्ज करायी शिकायत में आरोप लगाया था कि उनके पति नारायण हरपलानी (नारायण साईं का असली नाम) ने उनसे शादी के बाद अपने आश्रम की एक साधिका से अवैध संबंध बनाये थे। जब यह साधिका कथित तौर पर गर्भवती हो गयी, तो उन्होंने (नारायण ने) उनसे कहा कि वह दूसरी शादी करना चाहते हैं। 38 वर्षीय महिला का आरोप है कि जब उन्होंने नारायण से कहा कि वह उन्हें तलाक देकर दूसरी शादी कर सकते हैं, तो उनके पति ने उन्हें बताये बगैर ही इस साधिका से राजस्थान में दूसरी शादी कर ली और इस महिला से उन्हें एक ‘नाजायज संतान’ भी है।
जानकी ने पुलिस थाने में दर्ज करायी शिकायत में आसाराम पर आरोप लगाया था कि वह भी उन पर ‘गंभीर दबाव’ बनाते थे। इसके साथ ही, उनके पिता देवराज कृष्णानी ने आसाराम के कथित प्रभाव और दबाव में आकर अपनी कई बेशकीमती संपत्तियां इस स्वयंभू संत के भोपाल स्थित आश्रम को दान में दे दी थीं। कृष्णानी का निधन हो चुका है। जानकी का दावा है कि नारायण से उनकी शादी 22 मई 1997 को हुई थी।
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