- दिल्ली के लाल किले पर हुए ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक लोग घायल हुए थे
- एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आतंकवादी साजिश की कड़ी निंदा की
- ओवैसी ने मुसलमानों की देशभक्ति और मदरसों पर लगाए गए आरोपों पर भी सफाई दी है
दिल्ली में लाल किले पर हुए घातक ब्लास्ट में 15 लोगों की जान चली गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इस हमले की जांच करने पर बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है. दिल्ली को दहलाने पर वाली इस कायरना आतंकी घटना पर एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने सख्त जवाब दिया है. ओवैसी ने कहा कि यहां पर यह भी कहना ज़रूरी है कि जब वतन की मोहब्बत की बात हम करते हैं तो जो तालीम इरादे मुसलमानों ने कायम किए अगर कोई उसे तालीम इरादे में बैठकर बम बनाने की साजिश करता है तो हम उसकी भी मजम्मत करते हैं.
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जो मुल्क का दुश्मन वो हमारा भी दुश्मन
ओवैसी ने कहा कि एक इदारा बनाना कितना मुश्किल काम होता है जो ये जालिम लोग है. मदरसे और स्कूल का एक कमरा नहीं बना सकते वो ही जालिम अमोनियम नाइट्रेट लेकर बैठे हैं. दिल्ली ब्लास्ट में लाल किले पर 15 लोग मारे गए, जिसमें हिंदू और मुसलमान दोनों ही शामिल है. ऐसी जहनियत वाले लोगों कि हम जमकर मजम्मत करनी चाहिए. जो मुल्क का दुश्मन है वो हमारा भी दुश्मन है. अगर इस तरह की हरकतें होगी तो हम फिर खुली छूट दे रहे हैं तो करना है कर लो. मगर जो ये लोग समझ रहे हैं कि मुसलमान को दोयम दर्ज का नागरिक बनाया जाएगा. तुम भूल जाओ तुम्हारी नस्ले खत्म हो जाएगी और हम खत्म हो जाएंगे.
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मुसलमान हमेशा हिंदुस्तानी बनकर रहेगा
ओवैसी ने आगे कहा कि जब तक दुनिया बाकी रहेगी, हिंदुस्तान में मुसलमान एक बाइज्जत हिंदुस्तानी बनकर रहेगा. हम लड़ेंगे जम्हूरियत के दायरे में रहकर. हम अपनी मस्जिदों को बचाएंगे, तुम एक मस्जिद को शाहिद करोंगे तो हम लाखों मस्जिदों को आबाद करेंगे. तुम शरीयत पर हमला नहीं कर सकते, अगर तुम करोगे तलाक के नाम पर तो अब आपको उसका जवाब जम्हूरियत से मिलेगा. इस वतन को बचाने के लिए जिस तरह हमारे बुजुर्गों ने अजीम कुर्बानी दी उनकी कुर्बानियां को याद करते हुए हमको इस वतन को और मज़बूत बनाना है. याद रखिए जो लोग आज नफरत को दिखा रहे हैं वो वक्त के गुमराह ज़रूर है मगर वक्त उनके साथ नहीं है. वक्त हमारे साथ रहेगा.
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