मुंबई क्रूज़ ड्रग्स मामले (Mumbai cruise drugs case) की जांच में खामियों को लेकर कड़ी आलोचना झेल रहे पूर्व एंटी नारकोटिक्स अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को चेन्नई में करदाता सेवा महानिदेशालय में स्थानांतरित कर दिया गया है. उन्हें मुंबई ड्रग्स मामले से हटा दिया गया था.इस मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था. वानखेड़े को मुंबई में डायरेक्ट्रेट जनरल एनालिटिक्स एंड रिस्क मैनेजमेंट में भेजा गया था.
सुपरस्टार के बेटे आर्यन को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था और बाद में इस मामले में उसको बरी कर दिया गया.
पिछले साल वानखेड़े नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई क्षेत्रीय प्रमुख थे. इसी दौरान उन्होंने और अन्य लोगों ने शहर के तट पर क्रूज जहाज पर छापा मारा था. सूत्रों ने पिछले हफ्ते कहा था कि सरकारी नौकरी के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र जमा करने के आरोप में उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ा है.
सूत्रों ने वानखेड़े द्वारा ड्रग्स छापेमारी के बाद की गई जांच में पांच अनियमितताओं के बारे में बताया है. सूत्रों ने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान कोई वीडियोग्राफी नहीं की गई थी और आर्यन खान के फोन की सामग्री का विश्लेषण करने में खामियां थीं. आर्यन के चैट उन्हें इस मामले से नहीं जोड़ते हैं.
सूत्रों ने कहा कि ड्रग्स की खपत को साबित करने के लिए कोई मेडिकल टेस्ट नहीं किया गया था और एक गवाह भी मुकर गया. विशेष जांच दल को उसने बताया कि उसे कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था. सूत्रों ने कहा, दो और गवाहों ने जांच दल को बताया कि वे एनसीबी की छापेमारी के समय की लोकेशन पर नहीं थे.
सूत्रों ने कहा कि एक और गंभीर चूक सभी आरोपियों को क्लब में शामिल करना और सभी के खिलाफ समान आरोप लगाना था, तब भी जब आर्यन खान बिना ड्रग्स के पाया गया था.
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