पी. चिदंबरम ने महेंद्र सिंह धोनी की आधार डीटेल लीक होने के मामले उठाया..
नई दिल्ली:
वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बीच संसद में आज आधार कार्ड और डेटा की गोपनीयता को लेकर बहस देखने को मिली. चिदंबरम ने महेंद्र सिंह धोनी की आधार डीटेल लीक होने के मामले का उदाहरण दिया. पूर्व वित्त मंत्री ने गोपनीयता, तथ्य और सामग्री की सुरक्षा के संबंध में सवाल खड़े किए.
पूर्व वित्त मंत्री ने राज्यसभा में कहा, "पेंटागन को हैक किया जा रहा है - ऐसे में क्या गारंटी है कि आप आधार को हैक होने से रोकेंगे? उन्होंने कहा, "धोनी की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पति की आधार डीटेल सार्वजनिक हो गई है." इस पर जवाब देते हुए अरुण जेटली ने कहा, "पेंटागन को बिना आधार के भी हैक कर लिया गया. इसलिए हैकिंग आधार की वजह से नहीं हुई."
इस पर चिदंबर ने कहा कि मेरे प्रश्न को महत्वहीन बताने की कोशिश न की जाए. उन्होंने पूछा, "यदि आप मेरे प्रश्नों का जवाब नहीं देना तो कोई बात नहीं." अब बारी अरुण जेटली की थी. उन्होंने उत्तर देते हुए कहा, "सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कहीं भी हो सकता है."
इससे पहले एक घटनाक्रम में नागरिकों का आधार कार्ड बनाने में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की मदद करने वाली एक एजेंसी ने कुछ ज्यादा उत्साहित होते हुए क्रिकेट खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी के आधार कार्ड की जानकारी को ट्विटर पर शेयर कर दिया था. केंद्रीय कानून, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद को धोनी की पत्नी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी भी दी और रोष जताया.
दरअसल, एजेंसी के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) ने 27 मार्च को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था- क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और उनके परिवार ने वीएलई मारिया फारूकी के सीएसई रांची, झारखंड के केन्द्र से अपना आधार कार्ड अपडेट कराया. इस ट्वीट में प्रसाद को भी टैग किया गया था. ट्वीट में सीएसई प्रतिनिधि के साथ एक फोफो भी शेयर किया गया था. यही नहीं, इसमें क्रिकेटर की निजी जानकारियां भी थी. बाद में इस ट्वीट को हटा लिया गया.
पूर्व वित्त मंत्री ने राज्यसभा में कहा, "पेंटागन को हैक किया जा रहा है - ऐसे में क्या गारंटी है कि आप आधार को हैक होने से रोकेंगे? उन्होंने कहा, "धोनी की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पति की आधार डीटेल सार्वजनिक हो गई है." इस पर जवाब देते हुए अरुण जेटली ने कहा, "पेंटागन को बिना आधार के भी हैक कर लिया गया. इसलिए हैकिंग आधार की वजह से नहीं हुई."
इस पर चिदंबर ने कहा कि मेरे प्रश्न को महत्वहीन बताने की कोशिश न की जाए. उन्होंने पूछा, "यदि आप मेरे प्रश्नों का जवाब नहीं देना तो कोई बात नहीं." अब बारी अरुण जेटली की थी. उन्होंने उत्तर देते हुए कहा, "सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कहीं भी हो सकता है."
इससे पहले एक घटनाक्रम में नागरिकों का आधार कार्ड बनाने में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की मदद करने वाली एक एजेंसी ने कुछ ज्यादा उत्साहित होते हुए क्रिकेट खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी के आधार कार्ड की जानकारी को ट्विटर पर शेयर कर दिया था. केंद्रीय कानून, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद को धोनी की पत्नी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी भी दी और रोष जताया.
दरअसल, एजेंसी के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) ने 27 मार्च को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था- क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और उनके परिवार ने वीएलई मारिया फारूकी के सीएसई रांची, झारखंड के केन्द्र से अपना आधार कार्ड अपडेट कराया. इस ट्वीट में प्रसाद को भी टैग किया गया था. ट्वीट में सीएसई प्रतिनिधि के साथ एक फोफो भी शेयर किया गया था. यही नहीं, इसमें क्रिकेटर की निजी जानकारियां भी थी. बाद में इस ट्वीट को हटा लिया गया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं