विज्ञापन
This Article is From Sep 13, 2022

"भयभीत हैं कलाकार": शो कैंसिल होने पर बोले कॉमेडियन कुणाल कामरा

कुणाल कामरा ने कहा, ''बॉलीवुड से लेकर कॉमेडियन तक... हर कोई किसी न किसी डर के साथ काम कर रहा है. किसी भी कला के रूप में जो सहजता है वह पूरी तरह से समाप्त हो गई है"

कामेडियन कुणाल कामरा ने कहा है कि कलाकार बिरादरी भय के साथ काम कर रही है.

Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
गुड़गांव में 17 और 18 सितंबर को होने वाले कामरा के शो रद्द
कहा- बॉलीवुड से लेकर कॉमेडियन तक हर कोई डरा हुआ
क्या दक्षिणपंथी संगठनों ने न्यायपालिका का स्थान ले लिया
नई दिल्ली:

कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) का शो इस महीने के अंत में होने वाला था जो कि दक्षिणपंथी समूहों (Right wing groups) की धमकियों के बाद रद्द कर दिया गया. उन्होंने एक एनडीटीवी को एक खास इंटरव्यू में बताया कि कलाकार बिरादरी भय के साथ काम कर रही है - "जो किसी भी कला स्वरूप के लिए अच्छा नहीं है." कई फिल्मों और एक्टरों के बायकॉट का हवाला दिए बिना उन्होंने कहा, "बॉलीवुड से लेकर कॉमेडियन तक हर कोई ... किसी न किसी डर के साथ काम कर रहा है. सहजता से कोई भी कला रूप पूरी तरह से प्रभावित कर दिया गया है."

पिछले महीनों में दक्षिणपंथी समूहों ने कई फिल्मों के विरोध में प्रदर्शन किए. हाल ही में रणबीर कपूर-आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म ब्रह्मास्त्र का विरोध किया गया. दक्षिणपंथी समूहों ने रणबीर कपूर के 11 साल पुराने एक इंटरव्यू को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. उस साक्षात्कार में उन्होंने गोमांस के अपने शौक को स्वीकार किया था.

दिल्ली के पास गुड़गांव में स्टूडियो एक्सो बार में 17 और 18 सितंबर को होने वाले कामरा के शो रद्द कर दिए गए हैं. दक्षिणपंथी संगठनों की विरोध प्रदर्शन करने की धमकी के कारण यह फैसला लिया गया. इन संगठनों ने आरोप लगाया था कि उनके जोकों में "हिंदू देवताओं का अपमान" किया गया है.

दो हफ्ते पहले दिल्ली में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के शो भी इसी तरह की परिस्थितियों में रद्द कर दिए गए थे. पुलिस ने शो की इजाजत नहीं दी थी.

कामरा ने कहा था कि वे एक धर्मनिष्ठ हिंदू हैं. उन्होंन दक्षिणपंथी नेताओं को "गोडसे मुर्दाबाद" कहने की चुनौती दी थी. उन्होंने सवाल किया कि क्या दक्षिणपंथी संगठनों ने न्यायपालिका का स्थान ले लिया है, जो यह घोषित कर सकते हैं कि कौन सी सामग्री "अपमानजनक" है. उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथी समूह "नाराज" हैं, यह "भावना" का विषय है.

उन्होंने कहा, "हमारे संविधान में स्पष्ट रूप से इस बात का उल्लेख है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कितनी है, धार्मिक कट्टरता कितनी है और हिंसा को भड़काने के लिए क्या है. फैसला करने के लिए एक अदालत है. उन्हें तय करने दें कि क्या हिंदू विरोधी है."

उन्होंने बाद में कहा, "दुख की बात यह है कि अधिकारी, पुलिस, पुलिस आयुक्त, वे उन लोगों के निर्देशों का पालन कर रहे हैं जो नाथूराम गोडसे चाहते हैं."

कामरा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने जोक्स के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कहा है कि दक्षिणपंथी समूह आएं और चर्चा करें कि उनके जोक्स में उन्हें क्या आपत्तिजनक लगता है.

वीकेंड पर खुले खत में उन्होंने लिखा, "अगर ऐसा कोई क्लिप है तो मुझे भी दिखाओ. मैं तो सिर्फ सरकार का मजाक उड़ाता हूं. अगर आप सरकारी निकम्मे हैं तो आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचाना समझ में आता है. इसमें हिंदू धर्म कैसे और कहां है?"

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com