आंध्र प्रदेश के नरसीपट्टनम (Narsipatnam) के एनटीआर अस्पताल में एक गर्भवती महिला ने फोन की टॉर्च की रोशनी में बच्चे को जन्म दिया. देर शाम को जब प्रसव पीड़ा होने के कारण महिला को नरसीपट्टनम के एनटीआर अस्पताल ले जाया गया. तो वहां बिजली नहीं थी. जिसके बाद महिला के पति ने बिना देरी किए अधिक से अधिक सेलफोन, मोमबत्तियां और टॉर्च की व्यवस्था की. ताकि आसानी से बच्चे का जन्म हो सके.नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ ने सेलफोन, मोमबत्तियां और टॉर्च की रोशनी में बच्चे का जन्म करवाया. सौभाग्य से, बच्चा बिना किसी जटिलता के पैदा हुआ है. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है और लोग राज्य सरकार की काफी आलोचना कर रहे हैं.
Baby born using cell phone light, candles & torch (attendants were asked to arrange) as there was no power supply for several hours & generator was not working at NTR govt Hosp #Anakapalle #Narsipatnam #AndhraPradesh; 'hell inside for pregnant women, baby n moms' @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/9nr1EGMtbr
— Uma Sudhir (@umasudhir) April 8, 2022
महिला के पति ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि सिर्फ मेरी पत्नी ही नहीं, अन्य महिलाएं भी थीं. हर कोई पीड़ित था, और ये डरावना था. मैं वास्तव में डर गया था कि मेरी पत्नी और बच्चे का क्या होगा. दादी के साथ नवजात का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें वो नवजात को साफ करते हुए नजर रही हैं. नवजात की दादी ने कहा कि "वे अंधेरे में प्रसव कैसे कर सकते हैं? क्या होता अगर कोई जटिलता होती और कुछ गलत हो जाता है?"
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जनरेटर के बारे में पूछे जाने पर नर्सों ने कहा कि उसकी मरम्मत चल रही है. इसलिए आपातकालीन रोशनी संभव नहीं थी. नवजात की दादी ने कहा कि "वॉर्ड महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए नरक है. यहां घना अंधेरा है, मच्छर हैं और बहुत गर्म है. क्या हमें क्षेत्रीय अस्पताल में यही उम्मीद करनी चाहिए?"
ये घटना बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात को हुई जब राज्य के कई हिस्सों में बिजली कटौती की सूचना मिली. इसी तरह की रिपोर्ट पीजी जंगारेड्डीगुडेम क्षेत्र के अस्पताल से सामने आई है. जहां मरीजों को घंटों परेशानी उठानी पड़ी. कर्मचारियों ने दावा किया कि जनरेटर में डीजल नहीं था. लगभग पूरी रात अस्पताल अंधेरे में रहा.
जंगारेड्डीगुडेम के सरकारी अस्पताल के एक वीडियो में भी मरीजों को वार्ड के अंदर पूरी तरह से अंधेरे में सेल फोन की रोशनी का उपयोग करते हुए दिखेगा गया है. कई लोगों ने शिकायत की कि वे ऐसी परिस्थितियों में आराम भी नहीं कर पा रहे थे.
आंध्र प्रदेश बिजली विभाग ने बढ़ती मांग को देखते हुए 50 फीसदी बिजली कटौती की घोषणा की है. बिना बिजली के लोगों का जीना मुहाल है. आंध्र प्रदेश को रोजाना करीब पांच लाख यूनिट बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है. जिससे लंबे समय तक बिजली कटौती की जा रही है.
विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है. पार्टी की ओर से कहगा गया है कि "एक राज्य जो कभी प्रचुर शक्ति से प्रकाशित होता था, अब उसे अंधेरे और अंधकार में धकेल दिया गया है." आंध्र प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और जन सेना राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष नदेंदला मनोहर ने भी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था कि पिछले छह महीनों से राज्य भर में अनौपचारिक बिजली कटौती दिन का काम बन गई है.
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