विज्ञापन
This Article is From Jun 02, 2021

मां की इच्‍छा मृत्‍यु की अर्जी के कुछ घंटों बाद ही गंभीर बीमारी से पीड़ि‍त बच्‍चे की हुई मौत

जब हर्षवर्धन चार साल का था जब उसके गरीब माता-पिता को इस बीमारी का पता चला. इलाज मिलने के बाद भी बच्‍चे की हालत में सुधार नहीं हुआ.

मां की इच्‍छा मृत्‍यु की अर्जी के कुछ घंटों बाद ही गंभीर बीमारी से पीड़ि‍त बच्‍चे की हुई मौत
कोर्ट में मां की ओर से इच्‍छा मृत्‍यु का आवेदन किए जाने के दो घंटे बाद ही बच्‍चे की मौत हो गई (प्रतीकात्‍मक फोटो)
  • आंध्र प्रदेश का दुखद मामला
  • 9 साल के बच्चे की रेयर ब्लड डिजीज़ से मौत
  • माता-पिता ने डाली थी मर्सी किलिंग की याचिका
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
चित्‍तूर (आंध्र प्रदेश):

नौ वर्ष के एक बच्‍चे की दुर्लभ रक्‍त बीमारी (Rare blood disease) के कारण मौत हो गई. इस बच्‍चे की मां की ओर से कोर्ट में (बच्‍चे की) इच्‍छा मृत्‍यु (Mercy killing) के लिए आवेदन करने के दो घंटे बाद ही इस बच्‍चे की मृत्‍यु हुई. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. दंपती के 9 वर्ष के बेटे हर्षवर्धन को  दुर्लभ रक्‍त बीमारी (Rare blood disease) होने का पता चला था. यह परिवार आंध्र के चित्‍तूर जिले के बिरजेपल्‍ली में रहता था.

जब हर्षवर्धन चार साल का था जब उसके गरीब माता-पिता को इस बीमारी का पता चला. इलाज मिलने के बाद भी बच्‍चे की हालत में सुधार नहीं हुआ. सूत्रों ने बताया कि माता-पिता को बच्‍चे के इलाज के लिए चार लाख रुपये का लोन भी लेना पड़ा था. जब कोई विकल्‍प नहीं बचा तो बच्‍चे की मां अरुणा ने Punganur के कोर्ट में अर्जी दाखिल की. अरुणा ने मांग की कि या तो सरकार बच्‍चे की देखभाल करे या उसकी इच्‍छा मृत्‍यु की इजाजत दे दी जानी चाहिए.हालांकि मां की ओर से आवेदन किए जाने के बाद दो घंटे बाद ही बच्‍चे की मौत हो गई.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com