भारत के ब्राजर बाजार पर UC Browser का 50 फीसदी कब्जा है.
नई दिल्ली:
चीन में बने स्मार्टफोन के बाद वहां की कंपनियों के मोबाइल ऐप पर केंद्र सरकार का ध्यान खींचा है. हैदराबाद की एक सरकारी लैब में इस बात की जांच की जा रही है कि चीनी कंपनी अलीबाबा की स्वामित्व वाली यूसी ब्राउजर (UC Browser) भारत का डाटा लीक कर रही है. सूत्रों का कहना है कि यूसी ब्राउजर ने यूजर्स के नंबर सहित अन्य डिटेल चीन भेजे हैं. आरापे है कि यूसी मुख्य रूप से भारतीय यूजर्स के आईएमएसआई (अंतरराष्ट्रीय मोबाइल ग्राहक पहचान) और आईएमईआई (अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान) चीन स्थित सर्वर को भेजे हैं.
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यूजी ब्राउजर को मोबाइल में ऑन करने के साथ ही वाईफाई डिटेल और नेटवर्क इन्फॉर्मेशन चीन स्थित सर्वर में पहुंच जाता है. सूत्रों का कहना है कि यूसी ब्राउजर ने भारत के 50 फीसदी ब्राउजर बाजार पर कब्जा कर लिया है. साल 2015 के मई महीने में टोरंटो विश्वविद्यालय ने पहली बार यूसी ब्राउजर की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
हैदराबाद स्थित सी-डेक लैब की जांच में अगर पाया जाता है कि यूसी ब्राउजर भारतीयों का डाटा लीक कर रहा है तो सरकार इस ऐप के खिलाफ सख्त कदम उठा सकती है. आरोप है कि यूसी ब्राउजर के चीनी वर्जन से डाटा लीक होता है.
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पिछले साल आए एक अध्ययन के मुताबिक गूगल का क्रोम दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला मोबाइल ब्राउजर है पर, एशिया के तीन बड़ी आबादी वाले देश भारत, चीन और इंडोनेशिया में अलीबाबा समूह की कंपनी का यूसी ब्राउजर भारत में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला मोबाइल ब्राउजर है.
वीडियो: चीनी सैनिकों की पत्थरबाजी का वीडियो हुआ VIRAL
मालूम हो कि भारत सरकार ने चीनी मोबाइल कंपनियों पर पहले ही नजर टेढ़ी कर चुकी है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद मोबाइल बनाने वाली कंपनियों को नोटिस भेजा गया है. इसमें पूछा गया है कि आखिर उन्होंने डाटा लीक से लेकर साइबर सुरक्षा के लिए फोन में क्या इंतजाम किए हैं.
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यूजी ब्राउजर को मोबाइल में ऑन करने के साथ ही वाईफाई डिटेल और नेटवर्क इन्फॉर्मेशन चीन स्थित सर्वर में पहुंच जाता है. सूत्रों का कहना है कि यूसी ब्राउजर ने भारत के 50 फीसदी ब्राउजर बाजार पर कब्जा कर लिया है. साल 2015 के मई महीने में टोरंटो विश्वविद्यालय ने पहली बार यूसी ब्राउजर की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
हैदराबाद स्थित सी-डेक लैब की जांच में अगर पाया जाता है कि यूसी ब्राउजर भारतीयों का डाटा लीक कर रहा है तो सरकार इस ऐप के खिलाफ सख्त कदम उठा सकती है. आरोप है कि यूसी ब्राउजर के चीनी वर्जन से डाटा लीक होता है.
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पिछले साल आए एक अध्ययन के मुताबिक गूगल का क्रोम दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला मोबाइल ब्राउजर है पर, एशिया के तीन बड़ी आबादी वाले देश भारत, चीन और इंडोनेशिया में अलीबाबा समूह की कंपनी का यूसी ब्राउजर भारत में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला मोबाइल ब्राउजर है.
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मालूम हो कि भारत सरकार ने चीनी मोबाइल कंपनियों पर पहले ही नजर टेढ़ी कर चुकी है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद मोबाइल बनाने वाली कंपनियों को नोटिस भेजा गया है. इसमें पूछा गया है कि आखिर उन्होंने डाटा लीक से लेकर साइबर सुरक्षा के लिए फोन में क्या इंतजाम किए हैं.
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