
देश के खिलाड़ियों को शानदार सुविधाएं मिलें इसके लिए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात के नारणपुरा, अहमदाबाद में लगभग 825 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया.कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि जब वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के पास नारणपुरा में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स निर्माण का प्रस्ताव लेकर गए थे, तो उन्होंने विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण करने को कहा था, और आज विश्व स्तर का वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार हो चुका है.
'वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सबसे आधुनिक खेल परिसर'
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, "वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भारत में सबसे बड़ा और विश्व में सबसे आधुनिक खेल परिसर है. पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को हर क्षेत्र में विश्व में प्रथम स्थान पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है और यह लक्ष्य अवश्य पूरा होगा. खेल जगत इस देश की आत्मा है. हमारा देश विश्व का सबसे युवा देश है."
खेलों की दुनिया में भारत नई विश्व शक्ति बनकर उभर रहा है। आज अहमदाबाद के नारणपुरा में ₹823 करोड़ से अधिक की लागत से बने अत्याधुनिक 'वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स' का उद्घाटन किया।
— Amit Shah (@AmitShah) September 14, 2025
विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर, शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस के लिए आधुनिक सुविधाएँ, विशाल दर्शक… pic.twitter.com/grxjHxzR0B
'पिछले 10 वर्षों में भारत के खेल जगत में अभूतपूर्व बदलाव आया'
शाह ने कहा, "मोदी जी ने खेल क्षेत्र से जुड़ी न केवल योजनाएं बनाईं, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि खेलों का बुनियादी ढाँचा और खिलाड़ियों की ट्रेनिंग विश्वस्तरीय हो, खिलाड़ियों का चयन पारदर्शी हो, और अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिले. उन्होंने कहा कि मोदी जी के द्वारा किए गए परिवर्तनों के परिणामस्वरूप पिछले 10 वर्षों में भारत के खेल जगत में अभूतपूर्व बदलाव आया है."
अमित शाह ने कहा, "आज जिस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का लोकार्पण किया गया, उसका नाम महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों को पता होगा कि विश्व में सबसे लंबी तैराकी अगर किसी ने की है, तो वह वीर सावरकर थे. जब अंग्रेज वीर सावरकर को कैद करके भारत ला रहे थे, तब फ्रांस के निकट मार्सेल्स बंदरगाह (Marseille port) पर उन्होंने हाथ-पैर में बेड़ियों के रहते ही जहाज से समुद्र में छलांग लगा दी और तैरकर फ्रांस की धरती पर पहुँच गए. इससे अंग्रेज उन्हें तुरंत पकड़ न सके."
'प्रशिक्षण के लिए हॉस्टल की सुविधा है'
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने विश्वास जताया कि वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में प्रशिक्षण लेने और खेलने आने वाले खिलाड़ियों की प्रेरणा केवल पदक जीतना नहीं होगी, बल्कि विश्व भर में विजयी होकर माँ भारती के लिए गौरव हासिल करना होगा. उन्होंने कहा कि, "कुछ दिन पहले अहमदाबाद में दो अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाएँ आयोजित हुईं, जिनमें विश्व भर के विभिन्न खेल महासंघों के अध्यक्षों ने कहा कि वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स विश्व का सबसे आधुनिक खेल परिसर है. यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स न केवल आधुनिक है, बल्कि विशाल और पूर्ण सुविधायुक्त भी है. यहाँ खेलकूद की उत्कृष्ट व्यवस्था है, प्रशिक्षण के लिए हॉस्टल की सुविधा है, कोच के ठहरने की व्यवस्था है, और खिलाड़ियों के लिए हर प्रकार की चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध हैं. यहां खेलों से जुड़े विशेषज्ञ, पोषण विशेषज्ञों (डायटिशियन्स) का मार्गदर्शन भी खिलाड़ियों को मिलेगा."
'अहमदाबाद देश की खेल राजधानी बनने जा रहा है'
अमित शाह ने कहा कि, "अहमदाबाद देश की खेल राजधानी बनने जा रहा है. विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम ‘नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम' मोटेरा में स्थित है. इसके पास ही सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बन रहा है, जो सैकड़ों एकड़ में फैला हुआ है. वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है. ऐसी कई खेल सुविधाएं अहमदाबाद में निर्माणाधीन हैं. वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स फिट इंडिया जोन और आउटडोर स्पोर्ट्स जोन है. एक तरह से सभी खेलों के विकास, ट्रेनिंग और पदक जीतने तक की सारी सुविधाओं से यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स लैस है."
'पिछले 8 वर्षों में भारत ओलंपिक्स में 15 मेडल जीत चुका है'
अमित शाह ने कहा, "मोदी सरकार ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, खेलो इंडिया पैरा गेम्स, खेलो इंडिया विंटर गेम्स की शुरुआत की, और 2025 में खेल जगत में भारत को सर्वोच्च बनाने के लिए डॉ. मांडविया एक सुगठित नई खेल नीति लेकर आए. नई स्पोर्ट्स पॉलिसी के पाँच मंत्र हैं—वैश्विक मंच पर हम सबसे आगे रहें; खेल के माध्यम से आर्थिक विकास भी हो; सामाजिक विकास भी हो; खेल को खेल जैसा नहीं, एक जन आंदोलन बनाएँ; और शिक्षा के साथ स्पोर्ट्स का समन्वय हो. इसका परिणाम यह रहा है कि 1948 से 2012 तक भारत को ओलंपिक्स में कुल 20 मेडल मिले थे, और पिछले 8 वर्षों में भारत ओलंपिक्स में 15 मेडल जीत चुका है. पैरा ओलंपिक्स में कुल 8 मेडल मिले थे, अब 52 मिल चुके हैं. दो पैरा ओलंपिक्स में कुल दो मेडल मिले थे, अब 22 मिल चुके हैं."
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ऐसी सुविधाएँ उपलब्ध कराईं, जिनके परिणामस्वरूप पूरे भारत में खेलों का माहौल बना है. इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और अहमदाबाद की विभिन्न खेल सुविधाओं में 2029 में विश्व भर की पुलिस और फायर ब्रिगेड की खेल स्पर्धाएँ भारत में आयोजित होंगी. 2036 तक अहमदाबाद में 13 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी, ताकि अहमदाबाद न केवल गुजरात, बल्कि पूरे एशिया में खेलों का केंद्र बन जाए. वर्ष 2036 में अहमदाबाद शहर में ओलंपिक्स के आयोजन के लिए भारत सरकार हर संभव तैयारी कर रही है."
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