आगरा में शुक्रवार को एक अनोखी घटना सामने आई. शहर के जिला अस्पताल का स्टाफ शुक्रवार को उस समय चक्कर में पड़ गया जब एक पुजारी ने उन्हें भगवान श्रीकृष्ण की एक मूर्ति की टूटी बांह पर पट्टी बांधने का अनुरोध किया. सुबह स्नान करवाते समय मूति की बांह गलती से टूट गई थी. कुछ देर ना नुकुर करने के बाद आखिरकार अस्पताल स्टाफ ने "श्री कृष्णा" के नाम पर पंजीकरण किया और मूर्ति की टूटी हुई बांह पर पट्टी बांधी.
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सोशल मीडिया पर भगवान कृष्ण के बाल रूप "लड्डू गोपाल" की मूर्ति के साथ रोते हुए इस पुजारी का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुजारी सुबह 9 बजे अस्पताल पहुंचा और स्टाफ से मूर्ति की बांह पर पट्टी करने की जिद करने लगा. पुजारी लेख सिंह ने बताया कि जिस समय वह सुबह मूर्ति को स्नान करवा रहे थे, तब ही मूर्ति की बांह टूट गई.
लेख सिंह ने कहा, "जब मैं सुबह मूर्ति को स्नान करवा रहा था तो यह मेरे हाथ से फिसल कर गिर गई और बांह टूट गई. मुझे इस बात से बहुत धक्का लगा, क्योंकि मैं अपने भगवान से बहुत जुड़ा हुआ हूं. इसी वजह से मैं जिला अस्पताल में मूर्ति लेकर पहुंच गया." लेखी सिंह ने बताया कि वह पिछले 30 सालों से अर्जुन नगर के खेरिया मोड स्थित पथवारी मंदिर में पुजारी है. उन्होंने बताया, "मेरी गुहार को अस्पताल में किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया. मैं अंदर से टूटा हुआ था, इसलिए अपने भगवान के लिए रोने लगा."
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जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उन्हें अस्पताल द्वारा सूचित किया गया था कि एक पुजारी टूटी हुई बांह वाली मूर्ति लेकर आया है और उसका इलाज कराने के लिए रो रहा है. उन्होंने कहा कि पुजारी की भावनाओं को देखते हुए उन्होंने मूर्ति के लिए 'श्रीकृष्ण' के नाम पर पंजीकरण कराया. अग्रवाल ने कहा कि हमने पुजारी की संतुष्टि के लिए मूर्ति पर पट्टी भी बांधी.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं