खास बातें
- राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा तथा अपनी रणनीति तय करने के लिए एनडीए शुक्रवार को बैठक करने जा रहा है। उससे पहले आडवाणी ने चेन्नई में अन्नाद्रमुक नेता जयललिता से मुलाकात की।
नई दिल्ली: देश के नए राष्ट्रपति के लिए होने वाले चुनाव पर चर्चा तथा अपनी रणनीति तय करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शुक्रवार को बैठक करने जा रहा है।
उससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को चेन्नई में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री तथा अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की प्रमुख जे जयललिता से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अपना नाम स्वयं उछालने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता पीए संगमा तथा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी व समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा सुझाए गए पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सहित सभी नामों पर चर्चा की गई।
ममता और मुलायम द्वारा कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के सुझाए नामों को खारिज करते हुए तीन नाम उछाल देने से डॉ कलाम के लिए राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल का रास्ता खुलता दिख रहा था। सूत्रों के अनुसार, संभवतः ममता-मुलायम ने इस नाम के लिए एनडीए की ओर से समर्थन की उम्मीद की हो सकती है, लेकिन ऐसा बहुत सरल नहीं है। दरअसल, बीजेपी भले ही डॉ कलाम को दूसरी बार देश का पहला नागरिक बनाने की इच्छुक हो, परन्तु वह चुप बैठेगी, क्योंकि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) फिलहाल इस पर असमंजस की स्थिति में है।
एनडीए का नेतृत्व करने वाली बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक पार्टी के कोर ग्रुप का मानना है कि डॉ कलाम इस सर्वोच्च पद के लिए सर्वाधिक उपयुक्त रहेंगे, परन्तु कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशी के नाम की आधिकारिक घोषणा होने तक वह अपने पत्ते नहीं खोलेगी। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए डॉ कलाम के नाम का सुझाव कुछ महीनों पहले सबसे पहले बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने ही दिया था।
इससे पहले, ममता-मुलायम द्वारा तीन नए नाम उछाले जाने के बाद बुधवार को भी बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई, जिसमें सभी नामों पर चर्चा की गई, लेकिन उस बैठक में आडवाणी, सुषमा और अरुण जेटली जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद नहीं थे।