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आदर्श घोटाले में अपने खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जाने के बाद अशोक चव्हाण ने कहा कि मेरे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मुझे फंसाने का प्रयास कर रहे हैं।
इसमें बीएमसी के कमिश्नर रह चुके जयदेव फाटक का नाम भी है। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने सीबीआई जांच पर सवाल उठाते हुए हलफनामा दायर किया है कि जमीन राज्य सरकार की है तो सीबीआई कैसे जांच कर सकती है, वहीं इसी तर्क के साथ एक याचिका आदर्श सोसायटी ने भी दाखिल की है।
इस बीच अशोक चव्हाण ने आदर्श घोटाले की चार्जशीट में अपना नाम शामिल होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। चव्हाण ने कहा है कि ये उनके राजनीतिक विरोधियों की उन्हें सावर्जनिक जीवन से बाहर रखने की साजिश है जो कामयाब नहीं होगी। चव्हाण ने कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और अंत में यह साबित हो जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आदर्श घोटाले को जरूरत से ज्यादा बढ़ा−चढ़ाकर बताया जा रहा है जबकि यह एक प्रशासनिक मामला है। उन्होंने कहा कि मैंने कोई जमीन आवंटन नहीं किया न ही सदस्यता आवंटित करने से उनका कोई लेना देना है। चव्हाण ने न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह अंत में बेदाग साबित होंगे।
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