'आप' संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी (आप) ने मांग की है कि पिछले दो साल से शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी पर कोई कार्रवाई नहीं की है इसलिये एलजी नजीब जंग और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) चीफ मुकेश मीणा पर मामले को दबाने के आरोप में FIR दर्ज हो।
आम आदमी पार्टी के मुताबिक़, जनवरी 2014 में जब दिल्ली में उसकी 49 दिन की सरकार थी तब उसने पूर्व सीएम शीला दीक्षित पर कॉमनवेल्थ घोटाले समेत 4 मामलों में एसीबी में FIR दर्ज कराई थी जबकि एक FIR केजी बेसिन मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के खिलाफ दर्ज कराई थी जिसमें बीते दो साल से कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी, एसीबी को पार्टी की शिकायत भेजकर खुद अपने और एसीबी चीफ मुकेश मीणा को इन्ही FIR में सह आरोपी बनाएं।
आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल एलजी से मिलने एलजी सचिवालय पहुंच गया लेकिन मुलाक़ात का समय पहले से तय न होने के चलते एलजी ने 'आप' विधायकों से बात नहीं की लेकिन उनके सचिव ने शिकायत को लिया। 'आप' नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि 'जब हमारी सरकार थी और एसीबी हमारे हाथ में थी तब हमने FIR भी करवाई और मामले में तेज़ कार्रवाई की लेकिन जब दिल्ली में एक साल राष्ट्रपति शासन था और एक साल जब एसीबी हमारे हाथ में नहीं थी तब पूरे दो साल तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी और मुकेश मीणा को इन्ही मामलों में सह आरोपी बनाया जाये।"
एलजी अपने खिलाफ खुद FIR तो करवाने से रहे और एसीबी चीफ मुकेश मीणा अपने खिलाफ FIR करवाने से...और ये बात आम आदमी पार्टी भी जानती है लेकिन वह इस मांग के ज़रिये यह संदेश देना चाहती हैं कि जब 11 महीने तक टैंकर घोटाले में कार्रवाई न करने के आरोप में केजरीवाल सरकार पर FIR हो सकती है तो फिर 2 साल तक शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नाकरने पर एलजी नजीब जंग और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के खिलाफ FIR क्यों नहीं हो सकती?
आम आदमी पार्टी के मुताबिक़, जनवरी 2014 में जब दिल्ली में उसकी 49 दिन की सरकार थी तब उसने पूर्व सीएम शीला दीक्षित पर कॉमनवेल्थ घोटाले समेत 4 मामलों में एसीबी में FIR दर्ज कराई थी जबकि एक FIR केजी बेसिन मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के खिलाफ दर्ज कराई थी जिसमें बीते दो साल से कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी, एसीबी को पार्टी की शिकायत भेजकर खुद अपने और एसीबी चीफ मुकेश मीणा को इन्ही FIR में सह आरोपी बनाएं।
आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल एलजी से मिलने एलजी सचिवालय पहुंच गया लेकिन मुलाक़ात का समय पहले से तय न होने के चलते एलजी ने 'आप' विधायकों से बात नहीं की लेकिन उनके सचिव ने शिकायत को लिया। 'आप' नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि 'जब हमारी सरकार थी और एसीबी हमारे हाथ में थी तब हमने FIR भी करवाई और मामले में तेज़ कार्रवाई की लेकिन जब दिल्ली में एक साल राष्ट्रपति शासन था और एक साल जब एसीबी हमारे हाथ में नहीं थी तब पूरे दो साल तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी और मुकेश मीणा को इन्ही मामलों में सह आरोपी बनाया जाये।"
एलजी अपने खिलाफ खुद FIR तो करवाने से रहे और एसीबी चीफ मुकेश मीणा अपने खिलाफ FIR करवाने से...और ये बात आम आदमी पार्टी भी जानती है लेकिन वह इस मांग के ज़रिये यह संदेश देना चाहती हैं कि जब 11 महीने तक टैंकर घोटाले में कार्रवाई न करने के आरोप में केजरीवाल सरकार पर FIR हो सकती है तो फिर 2 साल तक शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नाकरने पर एलजी नजीब जंग और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के खिलाफ FIR क्यों नहीं हो सकती?
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